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हिमा दास बोलीं- ट्रेनिंग के लिए घर से मिले थे 400 रुपये

हिमा दास ने बताया, 'पहले मैं फुटबॉल खेलती थी और इंडियन जर्सी पहनने का काफी मन था. लेकिन फिर एथलेटिक्स की तरफ आई. असम सरकार ने मुझे ट्रेनिंग के लिए बुलाया.'

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Hima Das
Hima Das

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  • हिमा दास ने कहा, भारत और असम सरकार ने काफी मदद की
  • हिमा ने कहा, मुझे गुवाहाटी जाने के लिए 400 रुपये घर से मिले थे

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2019 में 'I M A Das सेशन में बाधाओं को तोड़ने वाली' टॉपिक पर देश की जानी मानी तीन महिलाओं को चर्चा के लिए बुलाया गया. इस दौरान एथलीट हिमा दास, एक्‍ट्रेस लिमा दास और फिल्‍ममेकर रिमा दास शामिल हुईं.

एथलीट हिमा दास ने बताया, 'पहले मैं फुटबॉल खेलती थी और इंडियन जर्सी पहनने का काफी मन था. लेकिन फिर एथलेटिक्स की तरफ आई. असम सरकार ने मुझे ट्रेनिंग के लिए बुलाया.'

गुवाहाटी जाने के लिए 400 रुपये मिले थे

हिमा दास ने कहा, 'मुझे बाद में गुवाहाटी बुलाया गया. पापा गुवाहाटी भेजने के लिए मान गए लेकिन मां पहले नाराज हो गई और फिर मान गईं. उस दौरान मुझे गुवाहाटी जाने के लिए 400 रुपये घर से मिले थे. इसके बाद वहां आकर प्रैक्टिस की और तीन महीने में इंडिया कैंप सेलेक्शन हो गया. इसके कारण ही आज मैं यहां हूं.'

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हिमा दास ने कहा, 'खेल को लेकर भारत सरकार और असम सरकार काफी मदद कर रही हैं. सरकार खेलों को बढ़ावा दे रही है और खेलों में नए अवसर मिल रहे हैं. साथ ही खेलो इंडिया, फिट इंडिया मुवमेंट से खेल की तरफ युवाओं को काफी आकर्षित किया जा रहा है. पहले से खेलों में काफी सुधार हुआ है.'

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