पाकिस्तान के खिलाफ शुक्रवार को अहमदाबाद में दूसरा और आखिरी टी-20 मैच जीतकर श्रृंखला में बराबरी के लिये भारतीय क्रिकेट टीम को अपनी बल्लेबाजी में सुधार करके सही संयोजन के साथ उतरना होगा. पहला मैच बैंगलोर में पांच विकेट से हारने वाली भारतीय टीम को बल्लेबाजों ने निराश किया. एक समय स्कोर दो विकेट पर 90 रन था जो नौ विकेट पर 130 रन हो गया.
दबाव में टीम इंडिया
भारत को दूसरा मैच जीतकर श्रृंखला में हर हालत में बराबरी करनी होगी लिहाजा कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और टीम पर भारी दबाव होगा. गौतम गंभीर (43) और अजिंक्य रहाणे (42) को छोड़कर पहले मैच में कोई बल्लेबाज नहीं चल सका. उमर गुल की अगुवाई में पाकिस्तानी गेंदबाजों ने उन्हें खुलकर खेलने का कोई मौका नहीं दिया. सलामी बल्लेबाजों के अलावा हरफनमौला युवराज सिंह और सुरेश रैना ही दोहरे अंक तक पहुंच सके. विराट कोहली, धोनी, युवराज और रोहित शर्मा को चिर प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ अपनी ख्याति के अनुरूप प्रदर्शन करना होगा.
गेंदबाजी है भारत की चिंता
गेंदबाजी भी भारत की चिंता का विषय है. पहले मैच में भुवनेश्वर कुमार के अलावा किसी भारतीय गेंदबाज को खेलने में पाकिस्तानियों को परेशानी नहीं हुई. अशोक डिंडा, ईशांत शर्मा, रविंद्र जडेजा को विकेट नहीं मिल सके. आर अश्विन को पिछले मैच से बाहर रखने का फैसला गलत साबित हुआ लिहाजा उन्हें अंतिम एकादश में जगह दी जा सकती है. भारत को तीन तेज गेंदबाजों को उतारने की रणनीति पर भी पुनर्विचार करना होगा. अश्विन की जगह जडेजा को मौका देने के धोनी के फैसले की भी आलोचना हुई.
खली अश्विन की कमी
पाकिस्तानी कप्तान मोहम्मद हफीज ने कहा था, ‘अश्विन उनकी टीम में नहीं था लिहाजा हमारी रणनीति नयी गेंद को संभलकर खेलने की थी क्योंकि उसके बाद भारत के पास आला दर्जे के स्पिनर नहीं थे. मुझे पता था कि युवराज अच्छे फार्म में है लेकिन जब आपके पास विश्व स्तरीय स्पिनर नहीं है तो हम दबाव बनाने की स्थिति में थे.’ इसके अलावा ईशांत को बार-बार मौका दिया जाना भी आलोचकों को रास नहीं आ रहा है. भारतीय खेमे को शुक्रवार को अंतिम एकादश का चयन काफी सोच समझकर करना होगा. टी-20 क्रिकेट में पिछले रिकार्ड को देखते हुए अंबाती रायुडू को भी मौका दिया जा सकता है.
पाकिस्तान को बल्लेबाजी की चिंता
दूसरी ओर पाकिस्तानी गेंदबाजों गुल, सोहेल तनवीर और मोहम्मद इरफान ने जबर्दस्त प्रदर्शन किया. वे इस लय को बरकरार रखने की कोशिश करेंगे हालांकि सरदार पटेल स्टेडियम की पिच से उतनी मदद शायद ना मिल सके. पाकिस्तान की बल्लेबाजी हालांकि चिंता का विषय है. सलामी बल्लेबाज नासिर जमशेद और अहमद शहजाद पहले मैच में नहीं चल सके. उमर अकमल, कामरान अकमल और शाहिद अफरीदी जैसे बल्लेबाज भी बड़ा स्कोर नहीं बना सके.
हफीज और शोएब मलिक ने मिलकर पाकिस्तान को संकट से निकाला और जीत तक पहुंचाया. कप्तान धोनी ने पहले मैच में मिली हार के लिये मध्यक्रम के बल्लेबाजों को दोषी ठहराया था. उन्होंने कहा था, ‘बल्लेबाज ऊंचे शॉट खेलने के चक्कर में आउट हुए. यदि हम ठीक से खेलते तो 200 रन बना सकते थे.’ छोटे प्रारूपों में अच्छे कप्तान के रूप में अपनी पहचान बना चुके धोनी पर जीत का भारी दबाव होगा क्योंकि हालिया मैचों में मिली हार से उनकी साख को ठेस पहुंची है.
टीमें-
भारत: महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), गौतम गंभीर, अजिंक्य रहाणे, विराट कोहली, रोहित शर्मा, सुरेश रैना, युवराज सिंह, अंबाती रायुडू, आर अश्विन, रविंद्र जडेजा, पीयूष चावला, अशोक डिंडा, भुवनेश्वर कुमार, ईशांत शर्मा और परविंदर अवाना.
पाकिस्तान: मोहम्मद हफीज (कप्तान), नासिर जमशेद, कामरान अकमल, उमर अकमल, उमर अमीन, शोएब मलिक, शाहिद अफरीदी, सईद अजमल, मोहम्मद इरफान, जुनैद खान, सोहेल तनवीर, उमर गुल, असद अली, जुल्फिकार बाबर, अहमद शहजाद.