लॉर्ड्स टेस्ट के चौथे दिन भारत ने इस मैच पर अपनी पकड़ मजबूत बना ली है. चौथे दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड ने 4 विकेट खोकर 105 रन बना लिए हैं और उसे मैच जीतने के लिए अब भी 214 रनों की जरूरत है. टेस्ट के अंतिम दिन भारतीय गेंदबाजों को इंग्लैंड के 6 बल्लेबाजों को आउट को करना है और लॉर्ड्स टेस्ट भारत के नाम हो जाएगा.
इससे पहले 319 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरे इंग्लैंड ने 72 रन के योग पर ही सैम रॉबिन्सन, गैरी बैलेंस, इयान बेल और कुक के रूप में चार विकेट गंवा दिए हैं. भारत की ओर से ईशांत शर्मा ने दो, रविंद्र जडेजा और मोहममद शमी ने एक-एक विकेट हासिल किए हैं.
इंग्लैंड को पहला झटका सिर्फ 12 रन के कुल योग पर लगा, जब सैम रॉबिन्सन को जडेजा ने एलबीडब्ल्यू आउट करके पवेलियन भेज दिया. रॉबिन्सन ने 7 रन बनाए. इसके बाद कप्तान एलिस्टर कुक और बैलेंसे ने 58 रन की साझेदारी की और टीम को मुश्किल से निकालने की भरपूर कोशिश की. इस जोड़ी को मोहम्मद शमी ने बैलेंस को आउट करके तोड़ा. बैलेंसे ने 27 रन बनाए.
बैलेंस के आउट होने के बाद क्रीज पर आए इयान बेल ज्यादा देर नहीं टिक पाए. बेल को ईशांत शर्मा ने 1 रन के निजी स्कोर पर बोल्ड कर दिया. इसके बाद पिछले काफी समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे इंग्लैंड के कप्तान एलिस्टर कुक भी अपना धैर्य खो बैठे और ईशांत शर्मा की गेंद पर धोनी के हाथों में कैच थमाकर पवेलियन लौट गए. एक समय एक विकेट के नुकसान पर 70 रन के योग से इंग्लैंड ने सिर्फ दो रन के अंतराल में तीन विकेट गंवा दिए और 72 रन पर उनके चार विकेट आउट हो गए.
भारतीय पारी
इससे पहले एक समय भारी मुसीबत में दिख रही टीम इंडिया ने ‘सर’ रविंद्र जडेजा और भुवनेश्वर कुमार के शानदार अर्धशतकों की मदद से इंग्लैंड के सामने एक मजबूत लक्ष्य रखा. दूसरी पारी भारत की पूरी टीम 342 रन बनाकर आउट हो गई. इस तरह से पहली पारी में 24 रन से पिछड़ने वाली टीम इंडिया ने इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 319 रन का लक्ष्य रखा, जबकि इंग्लैंड के पास चार सत्र से ज्यादा का वक्त बचा है.
इससे पहले टेस्ट मैच के चौथे दिन धोनी और स्टुअर्ट बिन्नी के विकेट जल्दी-जल्दी गंवाने के बाद अच्छी फॉर्म में दिख रहे मुरली विजय के भी पवेलियन लौटने से टीम इंडिया की मुसीबतें बढ़ गईं. लेकिन रविंद्र जडेजा ने इंग्लिश गेंदबाजों पर हमला बोल दिया और उन्होंने लंच से पहले सिर्फ 30 गेंदों में 37 रन की तेज पारी खेली. दूसरे छोर पर अच्छी फॉर्म में चल रहे भुवनेश्वर कुमार ने उनका बखूबी साथ दिया. दोनों ने लंच के बाद भी अपना शानदार खेल जारी रखा और दोनों के बीच 99 रन की साझेदारी हुई.
चौथे दिन भारत ने अपनी दूसरी पारी में तीसरे दिन के स्कोर 4 विकेट खोकर 169 रन से आगे खेलना शुरू किया. अभी स्कोर बोर्ड पर 202 रन ही लगे थे कि कप्तान धोनी 19 रन बनाकर आउट हो गए. धोनी को प्लंकेट ने इयान बेल के हाथों कैच आउट कराया. धोनी के बाद क्रीज पर आए स्टुअर्ट बिन्नी ने 9 गेंदें खेली, लेकिन खाता भी नहीं खोल पाए. गेंद को सीमा रेखा के पार भेजने की कोशिश में उन्होंने गेंद खड़ी कर दी, जिसे कप्तान कुक ने लपक लिया. जिस समय बिन्नी ने पवेलियन की राह पकड़ी उस समय भारत का कुल स्कोर 203 रन था और उसने इंग्लैंड से 179 रन की बढ़त बना ली थी.
मुरली विजय के रूप में भारत को सातवां झटका लगा. मुरली ने अपनी 247 गेंदों की पारी में 95 रन बनाए. उन्हें एंडरसन ने विकेटकीपर मैट प्रायर के हाथों कैच कराकर पवेलियन की राह दिखायी. इसके बाद जडेजा ने भुवनेश्वर कुमार के साथ शानदार 99 रन की साझेदारी की. जडेजा 68 रन बनाकर पवेलियन लौटे. उन्हें स्टोक्स की गेंद पर कप्तान एलिस्टर कुक ने कैच आउट किया. उनके बाद क्रीज पर आए मोहम्मद शमी ज्यादा देर टिक नहीं पाए और दूसरी ही गेंद पर बिना खाता खोले आउट हो गए. उन्हें मोइन अली ने प्रायर के हाथों कैच आउट कराया.
भारत को आखिरी झटका भुवनेश्वर कुमार के रूप में लगा. भुवनेश्वर ने अपनी फॉर्म को बरकरार रखते हुए शानदार 52 रन की पारी खेली. उन्हें स्टोक्स ने इयान बेल के हाथों कैच आउट कराकर इंग्लैंड को राहत की सांस दी. दूसरे छोर पर ईशांत शर्मा बिना खाता खोले नाबाद रहे.
इंग्लैंड की ओर से प्लंकेट और स्टोक्स ने 3-3 विकेट हासिल किए, इनके अलावा मोइन अली ने 2 और एंडरसन व ब्रॉड को एक-एक सफलता हाथ लगी.
लार्ड्स टेस्ट का तीसरा दिन
इससे पहले टीम इंडिया ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक चार विकेट खोकर 169 रन बनाए. ओपनर मुरली विजय 59 रन बनाकर क्रीज पर डटे हुए थे, जबकि कप्तान एमएस धोनी 12 रन बनाकर नॉटआउट लौटे. पहली पारी में 24 रन से पिछड़ने वाली टीम इंडिया ने तीसरे दिन दूसरी पारी में इंग्लैंड पर 145 रन की बढ़त बना ली थी.
एक समय सिर्फ 123 रन के कुल योग पर ही भारत के चार विकेट पवेलियन लौट गए थे. लेकिन इसके बाद धोनी और मुरली विजय ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक संभलकर खेलते हुए और विकेट नहीं गिरने दिए. भारत को चौथा और दिन का आखिरी झटका अजिंक्य रहाणे के रूप में लगा. पहली पारी में शानदार शतक ठोंकने वाले रहाणे दूसरी पारी में 5 रन बनाकर आउट हो गए. उन्हें स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंद पर विकेटकीपर प्रायर ने कैच आउट किया.
इससे पहले भारत को विराट कोहली के रूप में तीसरा झटका लगा. कोहली पहली ही गेंद पर बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए. उन्हें प्लंकेट ने बोल्ड किया. विराट से पहले अच्छी फॉर्म में दिख रहे चेतेश्वर पुजारा के रूप में भारत का दूसरा विकेट गिरा. पुजारा ने 43 रन बनाए और उन्हें प्लंकेट ने विकेटकीपर मैट प्रायर के हाथों कैच कराया. इससे पहले पुजारा ने मुरली विजय के साथ मिलकर 78 रन की साझेदारी की.
पहली पारी के आधार पर 24 रन पीछे रहने के बाद दूसरी पारी में टीम इंडिया को सिर्फ 40 रन के कुल योग पर ही पहला झटका लगा. ओपनर शिखर धवन एक बार फिर कमाल नहीं कर पाए और 31 रन के निजी स्कोर पर आउट हो गए. शिखर को स्टोक्स ने जो रूट के हाथों कैच कराकर पवेलियन की राह दिखायी.
इससे पहले इंग्लैंड की पूरी टीम पहली पारी में टेस्ट के तीसरे दिन 319 रन बनाकर आउट हो गई. इस तरह से इंग्लैंड को पहली पारी में 24 रन की मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल हुई. इंग्लैंड ने दूसरे दिन के 6 विकेट खोकर 219 रन से आगे खेलते हुए तीसरे दिन जल्दी-जल्दी विकेट गंवाए, लेकिन एक बार फिर एंडरसन ने प्लंकेट के साथ मिलकर अपनी टीम को मनोवैज्ञानिक बढ़त दिलायी.
तीसरे दिन इंग्लैंड को मैट प्रायर के रूप में पहला झटका लगा. प्रायर ने 23 रन बनाए और मोहम्मद शमी ने उन्हें शिखर धवन के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेजा. इसके 1 रन बाद ही 276 के कुल स्कोर पर इंग्लैंड को बेन स्टोक्स के रूप में आठवां झटका लगा. बेन ने 8 गेंदे खेली और वे खाता खोले बिना ही बोल्ड हो गए. बेन के रूप में भुवनेश्वर कुमार ने इंग्लैंड की पारी में अपना पांचवा शिकार किया.
आठ विकेट गिरने के बाद स्टुअर्ट ब्रॉड मैदान पर आए, लेकिन इंग्लैंड की पारी को बहुत आगे तक नहीं ले जा पाए. ब्रॉड 4 रन बनाकर भुवनेश्वर का शिकार बने और उन्हें शिखर धवन ने कैच आउट किया. 280 के स्कोर पर 9वां विकेट गिरने के बाद नॉटिंघम टेस्ट के हीरो रहे जेम्स एंडरसन मैदान पर आए. उन्होंने पहले से मैदान में जमे प्लंकेट के साथ पारी को संभाला और अपनी टीम को भारत के स्कोर से आगे ले गए. इंग्लैंड को आखिरी झटका एंडरसन के रूप में ही लगा. एंडरसन को रविंद्र जडेजा ने रहाणे के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेजा.
इस दौरान प्लंकेट ने अपनी हाफ सेंचुरी बनाई और अपनी टीम को मनोवैज्ञानिक बढ़त दिलाने का काम किया. इंग्लैंड की ओर से सबसे ज्यादा 110 रन बैलेंस ने बनाए, जबकि प्लंकेट के अलावा कोई भी अन्य खिलाड़ी 50 रन का आंकड़ा नहीं छू पाए. टीम इंडिया की ओर से भुवनेश्वर कुमार सबसे सफल गेंदबाज रहे, उन्होंने 6 विकेट हासिल किए. भुवी के अलावा रविंद्र जडेजा ने 2, मोहम्मद शमी और मुरली विजय ने 1-1 विकेट हासिल किए.
लार्ड्स टेस्ट का दूसरा दिन
इससे पहले मैच के दूसरे दिन इंग्लैंड की टीम ने 6 विकेट के नुकसान पर 219 रन बनाए थे और वो भारत 295 के स्कोर से 76 रन पीछे थी.
वैसे मैच के दूसरे दिन इंग्लैंड की पारी की शुरुआत बहुत अच्छी नहीं रही और भारतीय गेंदबाज दिन के पहले और दूसरे सत्र में अंग्रेज बल्लेबाजों को बांधने में कामयाब रहे. एक समय 113 पर चार विकेट खोकर दबाव में नजर आ रही मेजबान टीम के लिए गैरी बैलेंस (110) और मोईन अली (32) ने पांचवें विकेट के लिए 98 रन जोड़े. चायकाल के बाद भारतीय गेंदबाजी पूरी तरह पटरी से उतरी हुई नजर आ रही थी. आखिरी सत्र में बैलेंस और मोईन ने 3.03 की औसत से रन बटोरे. इस समय लग रहा था कि भारतीय गेंदबाज उम्मीद खो चुके है. ऐसे में मुरली विजय ने मोईन को आउट कर भारतीय टीम में नई जान डाल दी.
इसके बाद कप्तान धोनी ने मौके का फायदा उठाते हुए 81वें ओवर में नई गेंद लेने का फैसला किया. इसका फायदा भारत को मिला और पूरे दिन मेहमान टीम के लिए सिरदर्द साबित हुए बैलेंस का विकेट भुवनेश्वर कुमार ने आखिरकार हासिल कर लिया. कुमार का दिन का यह चौथा विकेट रहा. इयान बेल 16 रन जबकि पिछले टेस्ट में शतक जमाने वाले जो रूट 13 रन बनाकर आउट हुए. बेल का विकेट भुवनेश्वर कुमार जबकि रूट का विकेट रवींद्र जडेजा ने लिया. इंग्लैंड की पारी की शुरुआत करने आए कप्तान एलिस्टर कुक 10 और सैम रॉबसन 17 रन बनाकर आउट हुए. दोनों का विकेट कुमार ने लिया. इससे पहले भारत की पहली पारी गुरुवार की रन संख्या में केवल पांच रन जोड़कर 295 रनों पर ऑलआउट हो गई.
पहले दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने नौ विकेट पर 290 रन बनाए थे. भारत का अंतिम विकेट मोहम्मद समी के रूप में गिरा. समी ने 19 रन बनाए. ईशांत शर्मा 12 रनों पर नाबाद लौटे. समी का विकेट बेन स्टोक्स ने लिया. इंग्लैंड की ओर से जेम्स एंडरसन ने चार विकेट लिए जबकि स्टुअर्ट ब्रॉड और स्टोक्स को दो-दो सफलता मिली. पांच मैचों की श्रृंखला का पहला मुकाबला नॉटिंघम के ट्रेंट ब्रिज मैदान पर खेला गया था. उस मैच का कोई परिणाम नहीं निकल सका था.
इससे पहले लॉर्ड्स टेस्ट के पहले दिन अजिंक्य रहाणे के शानदार शतक के दम पर टीम इंडिया ने मुश्किलों से उबरते हुए 9 विकेट पर 290 रन बनाए थे. रहाणे 103 रन की पारी खेली थी. रहाणे के अलावा भुवनेश्वर कुमार ने 36 रन की पारी खेली. इन दोनों के अलावा और कोई भी बल्लेबाज विकेट पर टिक नहीं सका.
इंग्लैंड की ओर से जेम्स एंडरसन ने 4, स्टुअर्ट ब्रॉड, बेन स्टोक्स ने 2-2, लिआम प्लंकेट और मोइन अली ने एक-एक विकेट लिया.