लॉर्ड्स टेस्ट में टीम इंडिया ने मेजबानों को हर क्षेत्र में मात देते हुए 28 साल बाद फिर से इतिहास को दोहराया. 1932 से लेकर 2014 तक भारत ने क्रिकेट के मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स मैदान पर कुल 17 मैच खेले हैं लेकिन इन 17 मैचों में ये महज दूसरी जीत है. इससे पहले भारत को 28 साल पहले 1986 में कपिल देव की कप्तानी में लॉर्ड्स मैदान पर जीत नसीब हुई थी.
PHOTO: लॉर्ड्स के मैदान पर मिली ऐतिहासिक जीत...
टेस्ट मैच के 'अनोखे' आंकड़ेः
1) टेस्ट क्रिकेट में 300 से ज्यादा का लक्ष्य देने के बाद टीम इंडिया की ये 12वीं जीत है. भारत ने अभी तक 24 बार विरोधी टीम को 300 से ज्यादा का लक्ष्य दिया है जिसमें उसे 12 बार जीत और एक बार ही हार का सामना करना पड़ा है, जबकि 11 बार मैच ड्रॉ पर खत्म हुआ है.
2) धोनी कभी भी ऐसा टेस्ट मैच नहीं हारे जब दूसरी टीम को उन्होंने 100 रन से ज्यादा का लक्ष्य दिया हो. ऐसे 10 मैचों में भारत ने 5 बार जीत हासिल की है, जबकि 5 मैच ड्रॉ हुए हैं.
3) ईशांत शर्मा ने इंग्लैंड की दूसरी पारी में 74 रन देकर 7 विकेट झटके जो उनके टेस्ट करियर का बेस्ट प्रदर्शन है. इससे पहले उनका बेस्ट प्रदर्शन वेलिंग्टन में 51 रन देकर 6 विकेट था. विदेशी पिचों पर किसी भी भारतीय तेज गेंदबाज द्वारा किया गया ये चौथा बेस्ट प्रदर्शन है. ईशांत के पहले और दूसरे नंबर पर कपिल देव (85/8, 106/8) और इरफान पठान (59/7) तीसरे नंबर पर हैं.
4) लॉर्ड्स पर अगर गेंदबाजी की बात करें तो ईशांत शर्मा का प्रदर्शन किसी भी तेज गेंदबाज द्वारा किया गया चौथा बेस्ट है, जबकि किसी एशियाई तेज गेंदबाज द्वारा किया गया बेस्ट प्रदर्शन है.
5) चौथी इनिंग में अगर भारतीय तेज गेंदबाजों की बात करें तो ईशांत शर्मा इस लिस्ट में टॉप पर पहुंच गए हैं. चौथी इनिंग में किसी भी भारतीय तेज गेंदबाज का ये बेस्ट बॉलिंग फिगर है. इससे पहले जवागल श्रीनाथ (21/6) इस लिस्ट में टॉप पर थे.
6) ईशांत शर्मा ने दूसरी पारी में एलिस्टेयर कुक को आउट करके उन्हें 8वीं बार पवेलियन भेजा. ईशांत शर्मा ने अपने टेस्ट करियर में इससे ज्यादा बार किसी और बल्लेबाज को आउट नहीं किया है. इतना ही नहीं कुक भी इससे ज्यादा बार किसी और गेंदबाज का शिकार नहीं बने हैं.
7) भुवनेश्वर कुमार ने इस सीरीज में अभी तक 3 हाफसेंचुरी जड़ी हैं जो 9वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए किसी भी बल्लेबाज द्वारा एक ही सीरीज में जड़ी गईं सबसे ज्यादा हाफसेंचुरी हैं.
8) टेस्ट इतिहास में महज तीसरी बार हुआ था कि किसी टीम ने पहली पारी में जितने रन बनाए हों उसे उतने ही रनों का लक्ष्य मिला हो. इससे पहले 1973 में वेस्टइंडीज ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली पारी में 319 रन ही बनाए थे और उसे जीत के लिए इतने रनों का लक्ष्य मिला था. वहीं 1976 में इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहली पारी में 435 रन बनाए थे और उसे इतने रनों का ही लक्ष्य मिला था.
9) लॉर्ड्स टेस्ट में खेलने वाले सभी 22 खिलाड़ियों में महज एक खिलाड़ी ऐसा है जिसके नाम पर टेस्ट क्रिकेट में हाफसेंचुरी नहीं है. ईशांत शर्मा एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में एक भी हाफसेंचुरी नहीं जड़ी है, रवींद्र जडेजा ने दूसरी पारी में पचासा जड़कर खुद को इस लिस्ट से बाहर कर लिया.
10) लॉर्ड्स पर हुए पिछले 13 टेस्ट मैचों में 10 बार पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने जीत दर्ज की है. जबकि महज एक बार ऐसा हुआ जब पहले गेंदबाजी करने वाली टीम ने जीत दर्ज की हो. जबकि 2 मैच ड्रॉ हुए.
11) पिछले 10 टेस्ट मैचों में इंग्लैंड एक भी जीत दर्ज नहीं कर पाया है. 2013 एशेज के बाद से ही इंग्लैंड टेस्ट में जीत के लिए तरस रहा है.