क्रिकेट विश्वकप के ग्रुप बी के मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने 297 रनों के मजबूत लक्ष्य को 49.4 ओवर में 7 विकेट खोकर प्राप्त करते हुए भारत को 3 विकेट से करारी शिकस्त दे दी है. अफ्रीका की ओर से कालिस ने सर्वाधिक 69 जबकि भारत की तरफ से हरभजन सिंह ने तीन विकेट झटके.
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लक्ष्य का पीछा करने उतरे ग्रीम स्मिथ और हाशिम अमला ने पहले विकेट के लिए 41 रन की जोड़े थे कि तभी जहीर ने स्मिथ (16) को सचिन के हाथ आउट कराकर द. अफ्रीका को पहला झटका दे दिया. अमला ने इसके बाद कालिस के साथ मिलकर धैर्य से खेलते हुए पारी को आगे बढ़ाया. अमला ने 58 गेंदों पर पांच चौकों की मदद से अपना अर्धशतक पूरा किया.
भारत के लिए खतरनाक होती जा रही इस जोड़ी को हरभजन ने अमला (61) को विकेट के पीछे धोनी के हाथों कैच कराकर तोड़ा. हांलाकि कालिस दूसरे छोर पर डटे रहे और धीमी गति से खेलते हुए 66 गेंदों पर 2 चौके जड़ते हुए अपना पचासा ठोका. कालिस (69) तेजी से रन बनाने के चक्कर में रन आउट हो गए.
डीविलियर्स (52) और डुमनी (23) ने कमान संभालते हुए शानदार शॉट लगाए लेकिन हरभजन ने डीविलियर्स को कोहली के हाथों कैच कराकर इस साझेदारी का अंत कर दिया. भज्जी ने जल्द ही डुमनी को भी धोनी के हाथों स्टंप कराकर पवेलियन लौटाते हुए द. अफ्रीका को एक और करारा झटका दे दिया.
रोमांचक मोड़ पर मैच के पहुंचने पर मुनफ ने मोर्न वान विक को 5 रन के निजी स्कोर पर एलबीब्डल्यू आउट करके मैच को रोचक मोड़ पर ला दिया. क्रीज पर आए जोहान बोथा ने 15 गेंदों में दो चौके और एक छक्के की मदद से 23 रन बनाते हुए भारत को मैच में बैकफुट पर ला खड़ा किया. बोथा ने मुनफ के एक ओवर में लगातार दो गेंदों पर एक चौका और एक छक्का जड़ने के बाद अगली गेंद पर बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में कैच दे दिया. {mospagebreak}
अंतिम ओवरों में रोबिन पीटरसन ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए सात गेंदों में दो चौके और एक छक्के की मदद से 18 रन की बेजोड़ पारी खेलते हुए अपनी टीम को 3 विकेट से जीत दिलाई.
इससे पहले सचिन तेंदुलकर (111) के शानदार शतक और वीरेंद्र सहवाग (73), गौतम गंभीर (69) के अर्धशतकों के बावजूद विश्वकप के ग्रुप बी दक्षिण अफ्रीका ने भारत को 48.4 ओवर में सभी विकेट गवांकर मात्र 296 रन पर ही समेट दिया. अफ्रीका की तरफ डेल स्टेन ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 5 विकेट झटके. भारत द्वारा दिए गए 297 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी दक्षिण अफ्रीका की टीम को पहला झटका लग चुका है.
टॉस जीतकर बल्लेबाजी के लिए सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदलुकर की जोड़ी ने अफ्रीकी गेंदबाजों को कोई मौका नहीं देते हुए तेजी से रन बनाए. दोनों बल्लेबाजों ने 17.4 ओवर में 142 रन की साझेदारी करके भारत को ठोस शुरुआत दिलाई. इसी बीच सहवाग ने 44 गेंदों में 10 चौकों और सचिन ने 33 गेंदों में पांच चौकों और एक छक्के की मदद से अपने अर्धशतक पूरे किए.सहवाग इस बार भी अपनी पारी को बड़े स्कोर में बदलने में नाकाम रहे और 73 रन के निजी स्कोर पर डु प्लेसिस की गेंद पर बोल्ड होकर चलते बने. {mospagebreak}
हालांकि सचिन ने अपने आक्रामक तेवर जारी रखते हुए गंभीर के साथ मिलकर महत्वपूर्ण साझेदारी निभाकर भारत के स्कोर को 200 के पार पहुंचाया. सचिन ने आज अपने अंतरराष्ट्रीय कैरियर का 48वां और विश्व कप का 6 शतक जड़ा. जबकि गंभीर ने 59 गेंदों पर 4 चौकों की मदद से अपने अंतरराष्ट्रीय कैरियर का 23वां अर्धशतक पूरा किया.
शतक के बाद सचिन ने एक बार फिर से इंग्लैंड के खिलाफ हुए मैच की गलती दोहराते हुए 40 ओवर से ही पहले पावरप्ले ले लिया जिसकी बदौलत वह तेजी से रन बनाने के चक्कर में (111) रन के निजी स्कोर पर मोर्केल की गेंद पर डुमनी के हाथों कैच आउट होकर चलते बने. पावरप्ले के दौरान विकेटों गवाने का सिलसिला एक बार फिर से टीम इंडिया के खिलाडि़यों द्वारा देखने को मिला.
सचिन के आउट होने के बाद एक रन के अंदर ही गंभीर (69) और यूसुफ (0) को स्टेन ने पवेलियन की राह दिखा दी. युवराज से पावरप्ले के दौरान एक छक्का जड़ा लेकिन वह भी 12 रन के निजी स्कोर पर कालिस की गेंद पर बोथा को कैच दे बैठे. भारत के बल्लेबाजों ने अंतिम ओवरों में ठोस शुरुआत का कोई फायदा नहीं उठाया और सस्ते में अपने विकेट गवांए. कोहली (1) पीटरसन की गेंद पर उन्हीं को कैच दे बैठे और टीम इंडिया की बड़े स्कोर बनाने की उम्मीदों को गहरा झटका लगा. {mospagebreak}
कोहली को आउट करने के बाद अफ्रीकी गेंदबाजों को भारत को समेटने में कोई देर नहीं लगी. रोबिन पीटरसन ने जहीर (0) जबकि स्टेन ने हरभजन (3), नेहरा (0) और मुनफ (0) को आउट करके भारत को 48.4 ओवर के अंदर 296 रन पर समेट दिया.
उल्लेखनीय है कि 2006 में दक्षिण अफ्रीका ने आज ही के दिन (12 मार्च) ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 434 रनों के रिकार्ड स्कोर का पीछा किया था.
टीमें इस प्रकार हैं:
भारत: महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), वीरेंद्र सहवाग, सचिन तेंदुलकर, गौतम गंभीर, हरभजन सिंह, जहीर खान, विराट कोहली, आशीष नेहरा, मुनाफ पटेल, यूसुफ पठान, और युवराज सिंह.
दक्षिण अफ्रीका: ग्रीम स्मिथ (कप्तान), हाशिम अमला, जोहान बोथा, एबी डिविलियर्स, जीन पॉल डुमिनी, फॉफ डु प्लेसिस, जैक्स कालिस, मोर्ने मोर्केल, रॉबिन पीटरसन, डेल स्टेन, और मोर्ने वान वेक.