सीनियर ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने गुरुवार को दावा किया कि भारत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 22 फरवरी से शुरू हो रही चार मैचों की टेस्ट क्रिकेट श्रृंखला में माइकल क्लार्क की अगुआई वाली टीम को 4-0 से हराएगा.
हरभजन ने एक प्रचार कार्यक्रम के इतर कहा, ‘यह ऑस्ट्रेलिया की युवा टीम है. उन्हें अपने घरेलू मैदानों पर भी लगातार हार का सामना करना पड़ा है. हमें उन्हें आसानी से हरा देना चाहिए और 4-0 से वाइटवाश की पूरी संभावना है.’ ईरानी ट्राफी के लिए शेष भारत की टीम में चुने गए हरभजन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी श्रृंखला में टीम में अपने चयन की संभावना को लेकर आश्वस्त हैं.
उन्होंने कहा, ‘रणजी ट्राफी में मैंने काफी ओवर फेंके और मैं अपनी लय को लेकर अच्छा महसूस कर रहा हूं. मैं मैच अभ्यास के सभी मौकों का इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहा हूं. मुझे उम्मीद है कि मैं ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के लिए टीम में जगह बना पाऊंगा.’ अतीत की ऑस्ट्रेलियाई टीमों की तुलना मौजूदा टीम से करते हुए हरभजन ने कहा कि स्टीव वा और रिकी पोंटिंग की टीमों में अकेले दम पर मैच जिताने वाले खिलाड़ी थे.
हरभजन ने कहा, ‘उनकी टीम में 11 चैम्पियन खिलाड़ी थे. जस्टिन लैंगर, मैथ्यू हेडन से लेकर एडम गिलक्रिस्ट, शेन वार्न, ग्लेन मैकग्रा. एक टीम के रूप में वे अजेय थे.’ इस ऑफ स्पिनर ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया को रिकी पोंटिंग की कमी खलेगी जिन्होंने हाल में संन्यास लिया. हरभजन और पोंटिंग के बीच इससे पहले मैदान पर कई बार खींचतान देखने को मिली थी.
हरभजन ने कहा, ‘पोंटिंग विश्व स्तरीय खिलाड़ी था. ऑस्ट्रेलिया के लिए उनकी जगह भरना मुश्किल होगा.’ भारत और इंग्लैंड के बीच हाल में संपन्न टेस्ट श्रृंखला के बारे में इस ऑफ स्पिनर ने कहा कि टीम के खराब प्रदर्शन के लिए पिच को दोषी देना आगे बढ़ने का सही तरीका नहीं है. भारत ने यह श्रृंखला 1-2 से गंवा दी थी. उन्होंने कहा, ‘हमें अपने खराब प्रदर्शन के लिए हमेशा पिच को दोषी नहीं ठहराना चाहिए. इंग्लैंड टीम ने कुल मिलाकर बेहतर क्रिकेट खेला. उन्होंने हमारे स्पिनरों का बेहतर तरीके से सामना किया और उनके स्पिनरों ने हमसे बेहतर गेंदबाजी की.’ हाल में इंडियन प्रीमियर लीग की मुंबई इंडियन्स फ्रेंचाइजी की कप्तानी छोड़ने वाले हरभजन ने कहा कि वह कप्तानी के कारण टीम को अपना सर्वश्रेष्ठ नहीं दे पा रहे थे.
उन्होंने कहा, ‘कप्तान होना अतिरिक्त जिम्मेदारी होती है. फिलहाल मैं सिर्फ अपने खेल पर ध्यान देना चाहता हूं और इसलिए किसी और को मौका देने का फैसला किया. मैं अगले कप्तान को बधाई देता हूं.’