युवराज सिंह ने इंटरनेशनल क्रिकेट में शानदार वापसी करते हुए टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 मैच में 6 विकेट से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई. युवी ने अपनी नाबाद विस्फोटक पारी के दौरान महज 35 गेंदों पर 77 रनों की जबर्दस्त पारी खेली. इस दौरान युवराज के बल्ले से 8 चौके और 5 छक्के निकले.
युवी और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने पांचवें विकेट के लिए 51 गेंदों पर 102 रनों की अटूट साझेदारी निभाई और टीम इंडिया को जीत दिलाई. धोनी ने 21 गेंदों पर 24 रनों की पारी खेली. इन दोनों के अलावा शिखर धवन ने 32, सुरेश रैना ने 19 और विराट कोहली ने 29 रनों का योगदान दिया. 202 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम इंडिया ने 2 गेंद और 6 विकेट शेष रहते ही जीत दर्ज कर दी.
ऑस्ट्रेलिया की ओर से क्लाइंट मैके ने 2, नाथन काउल्टर नील और जेवियर डोहर्टी ने एक-एक विकेट लिया.
रोहित जल्दी लौटे पवेलियन
202 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही. शिखर धवन के साथ पारी का आगाज करने आए रोहित शर्मा महज 8 रन बनाकर मैके का शिकार बन गए. इस तरह से भारत को पहला झटका दूसरे ही ओवर में लग गया. उस समय टीम इंडिया का स्कोर 12 रन था.
ज्यादा देर टिक नहीं सके रैना
रोहित शर्मा के बाद सुरेश रैना मोर्चा संभालने क्रीज पर आए. रैना ने अपनी पारी की शुरुआत तो धमाकेदार की लेकिन ज्यादा देर विकेट पर टिक नहीं सके. अपनी 13 गेंदों की पारी में 2 चौके और एक छक्के की मदद से रैना ने 19 रन बनाए. हालांकि दूसरे छोर पर शिखर धवन तेज तर्रार शॉट्स जड़ रहे थे. रैना का विकेट काउल्टर नील के खाते में गया. उस समय भारत का स्कोर 5.3 ओवर में 50 रन था.
धवन के रूप में लगा तगड़ा झटका
जब ऐसा लगने लगा था कि विराट कोहली के साथ मिलकर धवन भारत को मुश्किलों से उबार देंगे तभी डोहर्टी ने धवन का विकेट लेकर भारत को तगड़ा झटका दिया. इस मैच में भारत के लिए सबसे अच्छी बात रही कि विकेट गिरने का असर रनगति पर नहीं पड़ा. धवन जब पवेलियन लौटे उस समय भारत का स्कोर 8.3 ओवरों में 80 रन हो चुका था.
युवी ने बदला मैच का रुख
युवराज सिंह ने पहले विराट कोहली के साथ और फिर धोनी के साथ मिलकर मैच का पासा ही पलट दिया. कंगारुओं के हर गेंदबाज को युवी ने अच्छे से धोया. सिर्फ 25 गेंदों पर युवी ने पचासा जड़कर अपने इरादे साफ कर दिए थे. लंबे समय से इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर चल रहे युवी ने चयनकर्ताओं को सही साबित करते हुए 77 रनों की नाबाद पारी खेली. हालांकि युवी की हाफसेंचुरी के बाद कोहली के रूप में भारत को पांचवां झटका लगा. कोहली 22 गेंदों पर 29 रन बनाकर मैके का दूसरा शिकार बने.
युवी-धोनी की अटूट साझेदारी
युवी और धोनी ने मिलकर टीम इंडिया को जीत तक पहुंचाया. दोनों ने 51 गेंदों पर 102 रनों की अटूट साझेदारी निभाई और भारत के लिए दौरे का आगाज जबर्दस्त जीत के साथ कराया. आखिरी ओवर में टीम इंडिया को जीत के लिए 7 रनों की दरकार थी. पहली गेंद पर युवी ने एक रन चुराया. दूसरी गेंद डॉट गई और इंडियन फैन्स थोड़े निराश हुए. तीसरे गेंद पर धोनी ने तनतनाता चौका जड़ा और भारत की जीत सुनिश्चित कर दी. इसके बाद चौथी गेंद पर 2 रन लेकर धोनी ने टीम इंडिया को कंगारुओं के खिलाफ दिला दी 6 विकेटों की शानदार जीत.
कैसी रही ऑस्ट्रेलियाई पारी...
इससे पहले टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने सलामी बल्लेबाज एरॉन फिंच (89) और निक मैडिसन (34) की आतिशी पारियों की बदौलत निर्धारित 20 ओवरों में सात विकेट पर 201 रनों का स्कोर खड़ा किया. भारतीय गेंदबाज एक छोर से विकेट लेते रहे, लेकिन दूसरे छोर से फिंच ने लगातार आक्रमण जारी रखा. फिंच ने मैडिंसन के साथ पहले विकेट के लिए 11.58 की औसत से 56 रनों की साझेदारी की और चौथे विकेट के लिए ग्लेन मैक्सवेल (27) के साथ 10.90 के औसत से 40 रनों की दो महत्वपूर्ण साझेदारियां निभाईं.
फिंच और मैक्सवेल ने रविचंद्रन अश्विन द्वारा किए गए मैच के 10वें ओवर में तीन छक्कों और एक चौके की मदद से 24 रन जुटाए. फिंच ने अपनी 52 गेंदों की पारी में 14 चौके और एक छक्का लगाया. भारत की तरफ से भुवनेश्वर कुमार और विनय कुमार ने तीन-तीन विकेट चटकाए और रवींद्र जडेजा को एक विकेट मिला. जडेजा सबसे किफायती गेंदबाज रहे.