भारत की महिला टेबल टेनिस टीम को फाइनल में शीर्ष वरीयता प्राप्त सिंगापुर से एकतरफा मुकाबले में 0-3 से पराजित होने के कारण रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा जबकि पुरुष टीम राष्ट्रमंडल खेलों की टेबल टेनिस प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में इंग्लैंड से हार गयी.
पिछली बार के चैंपियन भारत के लिये कुछ भी अच्छा नहीं रहा तथा ओलंपियन अचंता शरत कमल भी अपना जलवा नहीं दिखा पाये. भारतीय पुरुष टीम सेमीफाइनल में 1-3 से पराजित हुई.
महिलाओं के खिताबी मुकाबले में मौउमा दास ने काफी संघर्ष किया लेकिन वह तियानवेई फेंग से 1-3 से हार गयीं जबकि पूर्व राष्ट्रीय चैंपियन कुमारेसन शामिनी दूसरे मुकाबले में युगु वांग से 0-3 से पराजित हुईं.
मौजूदा चैंपियन पोलोमी घटक ने हालांकि अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन जियावेई ली ने उन्हें 3-1 से हराकर सिंगापुर को सोने का तमगा दिलाया.
भारतीय कोच भवानी मुखर्जी ने कहा, ‘सिंगापुर की टीम काफी मजबूत है. वह शीर्ष वरीय टीम है और उनका स्टैंडर्ड अलग है. हमने हालांकि कड़ी चुनौती पेश की लेकिन उन तक पहुंचने में हमें कुछ समय मिलेगा.’
इससे पहले गत चैम्पियन भारतीय पुरूष टेबल टेनिस टीम इंग्लैंड के हाथों सेमीफाइनल में 1-3 से हारकर राष्ट्रमंडल खेलों से बाहर हो गई. भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी बिल्कुल भी फार्म में नहीं थे. {mospagebreak}
ओलंपियन अचंता शरत कमल ने पहले मैच में लियाम पिचफोर्ड को 3-0 से हराया. इसके बाद हालांकि ए अमलराज को पाल ड्रिंकाल के हाथों 2-3 से पराजय का सामना करना पड़ा. एंड्रयू बागाले ने शुभाजीत साहा को 3-0 से हराकर बढत हासिल कर ली.
चौथे मैच में भारत की उम्मीदें शरत कमल पर टिकी थी जो ड्रिंकाल से 1-3 से हार गया. इस हार के साथ ही फाइनल में पहुंचने की भारत की उम्मीदों पर पानी फिर गया. अब भारत कांस्य पदक के लिये नाइजीरिया से खेलेगा.