ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में भाग ले रहे कई भारतीय खिलाड़ियों को अपने दैनिक भत्ते का पूरा कोटा अभी तक नहीं मिला है. भारतीय दल के 215 सदस्यों में से अधिकतर ने दस दिन से अधिक समय अपने पूर्ण भत्ते के बिना गुजारा है जो कि 25 डालर (लगभग 1500 रुपये) से बढ़ाकर 50 डालर (लगभग 3000 रुपये) कर दिया गया है.
सौरव घोषाल और दीपिका पल्लिकल सहित स्क्वाश खिलाड़ियों को उनका बकाया नहीं मिला है, जबकि टेबल टेनिस खिलाड़ियों को सोमवार रात आधा भुगतान किया गया. राष्ट्रमंडल खेलों के सेमीफाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय घोषाल ने कहा, 'हमें अभी तक कुछ नहीं मिला है, लेकिन हमसे कहा गया है कि हमें जल्द ही धनराशि मिलनी चाहिए.'
टेबल टेनिस टीम के सदस्य सौम्यजीत घोष ने कहा कि उन्हें दस दिन का भत्ता बढ़ी हुई राशि के हिसाब से नहीं बल्कि 25 डालर के हिसाब से दिया गया है. उन्होंने कहा, 'हमें कल ही दस दिन का भत्ता मिला है. बाकी धनराशि के बारे में कोई जानकारी नहीं है. उम्मीद है कि हमें वह बाद में मिलेगी.'
खेल सचिव अजित शरण ने दैनिक भत्ता मिलने में देरी के बारे में कहा, 'वित्त मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद शुक्रवार को दैनिक भत्ते की राशि 25 डालर से बढ़ाकर 50 डालर की गई. हालांकि भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने अभी तक वहां खाता नहीं खोला है और इसलिए सारी धनराशि नहीं भेजी जा सकी.' उन्होंने कहा, 'चिंता की बात नहीं है. सभी खिलाड़ियों को उनकी बकाया धनराशि मिल जाएगी. खिलाड़ी खेल गांव में है उनकी प्रत्येक जरूरत का ध्यान रखा जाएगा.' ग्लास्गो में भारतीय दल के नेता राज सिंह से संपर्क नहीं हो पाया.