इंग्लैंड पहुंची टीम इंडिया के गेंदबाजों की कलई पहले ही प्रैक्टिस मैच में खुल गई. अनुकूल परिस्थितियों में भी टीम इंडिया के गेंदबाज लाइन और लेंथ से जूझते नजर आए और लीस्टरशर के बल्लेबाजों ने 62 ओवर में 5 विकेट पर 349 रन बना डाले. प्रैक्टिस मैच में टीम इंडिया के धुरंधर गेंदबाजों ने लीस्टरशर के बल्लेबाजों को 5.62 की औसत से रन दिए.
लीस्टरशर ने एंगुस रोबसन (126) और ग्रेग स्मिथ (101) की शतकीय पारियों से अपनी पहली पारी में पांच विकेट पर 349 रन बनाए. इसके बाद दोनों टीमों के कप्तानों ने आखिरी घंटे का खेल शुरू होने से पहले मैच ड्रॉ समाप्त करने पर सहमति जता दी. टीम इंडिया ने पहले दिन अपनी पहली पारी चार विकेट पर 333 रन बनाकर समाप्त घोषित की थी. बारिश के कारण दूसरे दिन का खेल नहीं हो पाया था.
सलामी बल्लेबाज रोबसन और तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे स्मिथ ने दूसरे विकेट के लिये 221 रन की साझेदारी की. ये दोनों चाय के बाद बल्लेबाजी के लिए नहीं उतरे और इस तरह से रिटायर्ड आउट हुए.
इसके बाद डेन रेडफर्न (58) को भी भारतीय गेंदबाजों को खेलने में कोई परेशानी नहीं हुई. उन्होंने माइकल थोर्नली (नाबाद 23) के साथ चौथे विकेट के लिये 80 रन जोड़े. भारत का कोई भी गेंदबाज प्रभावित नहीं कर पाया. इशांत शर्मा 64 रन के एवज में दो विकेट लेकर सबसे सफल गेंदबाज रहे लेकिन उन्होंने अपनी दिशाहीन गेंदबाजी से भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को सबसे अधिक निराश किया.
पंकज सिंह का पहला स्पेल अच्छा रहा लेकिन बाद में वह भी अपनी गेंदों पर नियंत्रण नहीं रख पाए. उन्होंने 46 रन देकर एक विकेट लिया. धोनी ने कुल दस गेंदबाजों को आजमाया. बादल छाए रहने और हवा बहने के कारण मध्यम गति के गेंदबाजों के लिए आदर्श स्थिति थी. पंकज ने इस बीच छह ओवर के अपने स्पेल में परिस्थितियों का अच्छा फायदा उठाया.
राजस्थान के इस गेंदबाज ने शुरू से ही सही लाइन व लेंथ से गेंदबाजी की और बल्लेबाजों को लगातार परेशानी में रखा. उन्हें इस प्रयास का इनाम भी मिला जब उन्होंने मैथ्यू वाइस (4) को थर्ड स्लिप में अंजिक्य रहाणे के हाथों कैच कराया. रहाणे ने एक हाथ से यह कैच लिया. पंकज हालांकि अपने दूसरे स्पेल में यह लय बरकरार ररखने में नाकाम रहे. लंच के बाद बारिश के कारण लगभग 25 मिनट तक खेल नहीं हो पाया जिसके कारण दूसरा सत्र देर तक खींचना पड़ा.
इस सत्र में इशांत और मोहम्मद शमी ने गेंदबाजी की जिम्मेदारी संभाली. सभी गेंदबाजों में इशांत सबसे अधिक जूझते हुए नजर आए. उन्होंने अपने पहले दो ओवरों में ही 27 रन लुटा दिए. इस बीच उन्होंने छह नोबाल की और पांच चौके दिए. इशांत ने अपने पहले चार ओवरों में 47 रन लुटाए. शमी ने अपनी लाइन व लेंथ से थोड़ी नियंत्रित गेंदबाजी की. उन्होंने पहले छह ओवर में 25 रन दिए.
कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इसके अलावा स्टुअर्ट बिन्नी, ईश्वर पांडे और वरुण आरोन जैसे तेज गेंदबाजों को भी गेंद थमाई. आरोन ने अच्छी तेजी से गेंदबाजी की. इन दोनों के रिटायर्ड आउट होने के फैसले के बाद भी भारतीयों को राहत नहीं मिली.
बाएं हाथ के बल्लेबाज डेन रेडफर्न ने केवल 49 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया. इशांत ने अपने तीसरे स्पेल में बेहतर गेंदबाजी की. उन्होंने अपने इस स्पेल के पहले ओवर में ही रेडफर्न को आर अश्विन के हाथों आउट कराया जबकि नए बल्लेबाज टॉम वेल्स को भी आते ही पवेलियन की राह दिखाई.
उस समय लीस्टरशर का स्कोर 333 रन था और उसने भारत की बराबरी कर ली थी. वेल्स का स्थान लेने के लिए उतरे शिव ठाकुर 10 रन बनाकर नाबाद रहे. भारत नाटिंघम में 9 जुलाई से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैचों की सीरीज से पहले 1 जुलाई से डर्बीशर के खिलाफ डर्बी में तीन दिवसीय प्रैक्टिस मैच खेलेगा.