बीजिंग ओलंपिक कांस्य पदकधारी और दुनिया के नंबर वन विजेंदर सिंह (75 किग्रा) सोमवा को राष्ट्रमंडल खेलों की मुक्केबाजी स्पर्धा के सेमीफाइनल में पेनल्टी के कारण उलटफेर का सामना कर कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा. जबकि सुरंजय सिंह, मनोज कुमार और परमजीत समोटा ने फाइनल में पहुंचकर भारत के तीन रजत पदक पक्के कर दिये.
पिछले राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक हासिल कर चुके विजेंदर की हार से खचाखच भरे स्टेडियम में दर्शक निराश हो गये क्योंकि रैफरी ने उन्हें बिना चेतावनी दिये इंग्लैंड के एंथोनी ओगोगो को नीचे ढकेलने के लिये अंत में विपक्षी को दो अंक प्रदान कर दिये गये जिससे इस भारतीय को 3-4 से हार का मुंह देखना पड़ा. टूर्नामेंट में दिनेश कुमार और मनप्रीत सिंह के अलावा सुबह जय भगवान को भी रैफरियों के इसी तरह के फैसले का सामना करना पड़ा है.
एशियाई चैम्पियन सुरंजय ने फ्लाईवेट 52 किग्रा वर्ग में पाकिस्तान के हारून इकबाल को चारों खाने चित्त कर 9-3 से और मनोज कुमार ने लाइट वेल्टरवेट 64 किग्रा में बाहरीन के वालेंटिनो नोल्स को 3-1 से जबकि राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप के स्वर्ण पदकधारी परमजीत समोटा (प्लस 91 किग्रा) ने टोंगा के जूनियर एफ ए को 6-2 से परास्त कर फाइनल में प्रवेश किया.
आज सुबह अमनदीप सिंह, जय भगवान और दिलबाग सिंह भी सेमीफाइनल में हार गये थे, जिससे अब भारत के खाते में चार कांस्य और तीन रजत पदक आ गये हैं . अब इन तीन रजत के स्वर्ण पदक में तब्दील होने का फैसला 13 अक्टूबर को होने वाले फाइनल मुकाबलों में होगा.
बैडमिंटन में सायना नेहवाल (महिला एकल), चेतन आनंद और पी कश्यप (दोनों पुरूष एकल), सनावे थामस और रूपेश कुमार (पुरूष युगल), ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा (महिला युगल) और ज्वाला और वी दीजू मिश्रित युगल के क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए.