scorecardresearch
 

भारतीय मुक्केबाजों का दबदबा जारी

एशियाई स्वर्ण पदकधारी सुरंजय सिंह (52 किग्रा) और अमनदीप सिंह (49 किग्रा) ने तालकटोरा स्टेडियम में राष्ट्रमंडल खेलों की मुक्केबाजी स्पर्धा के क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया जबकि गत चैम्पियन अखिल कुमार (56 किग्रा) ने अंतिम 16 चरण में प्रवेश किया.

Advertisement
X

Advertisement

एशियाई स्वर्ण पदकधारी सुरंजय सिंह (52 किग्रा) और अमनदीप सिंह (49 किग्रा) ने तालकटोरा स्टेडियम में राष्ट्रमंडल खेलों की मुक्केबाजी स्पर्धा के क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया जबकि गत चैम्पियन अखिल कुमार (56 किग्रा) ने अंतिम 16 चरण में प्रवेश किया.

भारतीय मुक्केबाजों ने स्टेडियम में दबदबा बरकरार रखा, जिसमें काफी संख्या में दर्शक मौजूद थे जो उनके प्रदर्शन से काफी खुश थे.

अखिल ने 56 किग्रा बैंथमवेट स्पर्धा में पाकिस्तान के कादिर खान को एकतरफा मुकाबले में 7-0 से हराकर अगले दौर में जगह बनायी जबकि अमनदीप सिंह ने 49 किग्रा वर्ग में रवांडा के हाजिजा मातुशी को 4-0 से हराकर क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया.

दर्शक बेसर्बी से अखिल की बाउट का इंतजार कर रहे थे, जिसमें इस अनुभवी मुक्केबाज ने उन्हें निराश नहीं किया.

अब प्री क्वार्टरफाइनल में अखिल का सामना नौ अक्तूबर को इंग्लैंड के इयान वीवर से होगा जिन्हें लंदन ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक के दावेदार के रूप में देखा जा रहा है.

Advertisement

अखिल इस साल यहां हुई राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप के शुरूआती राउंड में वीवर से हार गये थे, जिन्होंने स्विट्जरलैंड के वुसी सिमेलाने को दूसरे राउंड में ही पस्त कर दिया और रैफरी ने 10-1 के स्कोर पर मुकाबला रोक दिया.{mospagebreak}

अमनदीप ने लाइटफ्लाई वर्ग में अमनदीप ने धीमी शुरूआत करते हुए पकड़ बनायी, अब उनका सामना मलेशिया के मोहम्मद फौद से होगा. शाम में सुरंजय ने अपने चिर परिचित अंदाज में खेलते हुए घाना के ओलंपियन मानयो प्लांगे को 15-4 से परास्त किया.

अमनदीप को तीन मिनट के पहले राउंड में मातुशी के डिफेंस से काफी परेशानी हुई और इसमें कोई अंक नहीं मिला. उन्हें इस मुक्केबाज को समझने में थोड़ा समय लगा लेकिन इसके बाद उन्होंने अगले छह मिनट में जीत दर्ज की.

उन्होंने कहा, ‘ऐसे मुक्केबाज को समझना थोड़ा मुश्किल होता है क्योंकि वे हमेशा गार्ड रखते हैं और उनकी रणनीति भी साफ नहीं हो पाती. मैंने अपने गार्ड रखते हुए कोशिश की कि वह गार्ड हटाये. सही पंच से मैंने बाउट जीत ली. यह कठिन थी.’

इसके 15 मिनट बाद अखिल रिंग में उतरे और उन्होंने पूरी बाउट में दबदबा बनाये रखा. पहले राउंड में उन्होंने लगातार पंच लगाकर दो अंक हासिल किये. इसके बाद दूसरे राउंड में उन्हें दो अंक और मिले जबकि तीसरे राउंउ में उन्हें तीन अंक प्राप्त हुए.

Advertisement
Advertisement