भारत ने राष्ट्रमंडल खेलों की स्क्वाश स्पर्धा में भले ही अब तक कोई पदक नहीं जीता हो लेकिन फार्म में चल रहे सौरव घोषाल, जोशना चिनप्पा और दीपिका पल्लीकल के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन ने उनसे पदक की उम्मीद बढ़ा दी हैं.
स्क्वाश को 1998 में क्वालालंपुर में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में पहली बार शामिल किया गया था और दिल्ली खेलों में इस खेल की स्पर्धाएं कल से सिरी फोर्ट परिसर में खेली जाएंगी.
वर्तमान में भारत के चार खिलाड़ी घोषाल (26) चिनप्पा (34) दीपिका (33) और सिद्धार्थ सुचदे (71) शीर्ष 100 खिलाड़ियों में शामिल हैं . इस प्रकार भारत को युगल और मिश्रित युगल वर्ग में पदक की संभावना होगी.
इंग्लैंड, आस्ट्रेलिया और मलेशिया को इस खेल का पावरहाउस माना जाता है लेकिन घोषाल का कहना है कि उनकी टीम पदक जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी.
घोषाल ने कहा, ‘एकल स्पर्धा में मुझे आगे बढने के लिए उलटफेर करने होंगे. मुझे पूरा विश्वास है कि मैं घरेलू दर्शकों के सामने अच्छा प्रदर्शन करूंगा. मैं प्रीक्वार्टर फाइनल में विश्व नंबर तीन पीटर बार्कर से भिडूंगा. मुझे लगता है कि ड्रा से काफी अंतर पड़ता है.’
शीर्ष भारतीय पुरूष खिलाड़ी घोषाल ने कहा, ‘मिश्रित युगल और युगल में भारत के पास पदक जीतने की अच्छी उम्मीद है. मिश्रित युगल में मैं दीपिका के साथ खेलूंगा और हाल के समय में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है. इसके अलावा जोशना चिनप्पा के साथ हरिंदर पाल संधू मिश्रित युगल में खेलेंगे. उन्होंने भी अच्छा प्रदर्शन किया है.’
घोषाल ने कहा, ‘युगल स्पर्धा में जोशना और चिनप्पा मैदान में उतरेंगी. उन दोनों के बीच भी अच्छा मेलजोल है.’ राष्ट्रीय कोच साइरस पोंचा ने कहा, ‘भारत ने राष्ट्रमंडल खेलों में कभी पदक नहीं जीता लेकिन हमें इस बार पदक की उम्मीद है.’