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टोक्यो से पहले हंगरी से आई खुशखबरी, पहलवान तनु और प्रिया बनीं वर्ल्ड चैम्पियन

भारत कैडेट विश्व चैम्पियनशिप में मजबूत टीम कही जाने वाले अमेरिका (143) और दुर्जेय रूस (140) से आगे 147 अंकों के साथ शीर्ष पर रहा. कल शनिवार को पहलवान कोमल भी विश्व चैम्पियनशिप के लिए भी अपनी चुनौती पेश करेंगी.

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सांकेतिक तस्वीर (रॉयटर्स)
सांकेतिक तस्वीर (रॉयटर्स)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कैडेट वर्ल्ड चैम्पियनशिप में पहले नंबर पर रहा भारत
  • भारतीय पहलवानों ने अमेरिका और रूस को पीछे छोड़ा
  • भारत ने पहली बार टीम चैम्पियनशिप का खिताब जीता

टोक्यो ओलंपिक के आगाज से पहले भारतीय खेल प्रेमियों के लिए अच्छी खबर है. हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में गुरुवार को कैडेट विश्व चैंपियनशिप में भारत का शानदार प्रदर्शन जारी रहा और युवा पहलवान तनु व प्रिया नए वर्ल्ड चैम्पियन बन गए.

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तनु ने 43 किलोग्राम भार वर्ग के खिताबी सफर के दौरान एक भी अंक नहीं गंवाया, जिसमें उसने अपने चार मुकाबलों में से तीन में जीत हासिल की, जिसमें बेलारूस की वेलेरिया मिकिट्सिच के खिलाफ फाइनल मुकाबला भी शामिल है. इसी तरह प्रिया ने बेलारूस की सेनिया पटापोविच को 5-0 से हराकर 73 किलोग्राम भार वर्ग का खिताब अपने नाम किया.

43 किग्रा फाइनल के शुरुआत में तनु फॉर्म में नहीं दिख रही थी, लेकिन जल्द ही उसने अपने हरफनमौला खेल के साथ इसे एकतरफा मुकाबले में बदल दिया और जीत हासिल की.

शीर्ष पर रहा भारत

शुरुआत में दोनों पहलवानों के बीच मुकाबला बहुत धीमा रहा लेकिन तनु ने बेलारूसी के बाईं ओर से हमला करने का एक तरीका ढूंढ लिया.

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तनु इस चैम्पियनशिप में वर्ल्ड चैंपियन बनने वाली तीसरी भारतीय हैं. इससे पहले चैम्पियनशिप में अमन गुलिया (48 किग्रा) और सागर जगलान (80 किग्रा) ने पुरुषों की फ्रीस्टाइल प्रतियोगिता में खिताब जीतकर भारत को इतिहास में पहली बार टीम चैम्पियनशिप का खिताब दिलाया. एक अन्य भारतीय वर्षा ने 65 किग्रा वर्ग में तुर्की की डुयगु जनरल को हराकर कांस्य पदक जीता.

भारत चैम्पियनशिप में मजबूत टीम कही जाने वाले अमेरिका (143) और दुर्जेय रूस (140) से आगे 147 अंकों के साथ शीर्ष पर रहा.

शनिवार (24 जुलाई) को पहलवान कोमल भी विश्व चैम्पियनशिप के लिए भी अपनी चुनौती पेश करेंगी क्योंकि वह तकनीकी आधार पर बेलारूस की स्वियातलाना कटेंका को हराकर 46 किग्रा फाइनल में पहुंची थीं. उनका सामना अजरबैजान की रुजाना मामाडोवा से होगा.

हालांकि नितिका (61 किग्रा) और हर्षिता (69 किग्रा) को सेमीफाइनल में ही हार का सामना करना पड़ा जिससे वह कांस्य पदक के लिए नहीं लड़ सकेंगी.

 

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