भारत के चोटी के टेनिस खिलाड़ी महेश भूपति का मानना है कि भारतीय ओलंपिक संघ का आईओसी से निलंबन ‘गंदी राजनीति की पराकाष्ठा’ का परिणाम है.
भूपति ने कहा, ‘मैं पक्के तौर पर नहीं कह सकता कि इसके लिये कौन जिम्मेदार है लेकिन मैंने जो सुना और पढ़ा यह गंदी राजनीति की पराकाष्ठा है.’
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने अपनी चुनाव प्रक्रिया में ओलंपिक चार्टर का पालन नहीं करने के कारण आईओए को निलंबित कर दिया था. भारतीय खेलों को एक और झटका तब लगा जब एआईबीए ने भारतीय एमेच्योर मुक्केबाजी संघ को चुनावों में ‘संभावित धांधली’ के कारण अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया.
भूपति ने कहा कि ये घटनाक्रम शर्मनाक हैं. उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि किसी देश के साथ आखिरी बार ऐसा कब हुआ. खिलाड़ियों के लिये किसी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व नहीं करना सजा है और इसमें उनकी कोई गलती नहीं है.’
इस टेनिस स्टार ने हालांकि कहा कि यदि कोई पूरी गड़बड़ियों को सुधारने का बीड़ा उठाता है तो इससे भारतीय खेलों को फायदा भी हो सकता है. उन्होंने कहा, ‘मैं शुरू से कहता रहा हूं कि (खेल संगठनों) में खिलाड़ियों और व्यवसाय से जुड़े लोगों का मिश्रण होना चाहिए. एक बार ऐसा हो जाता है तो मुझे पूरा विश्वास है कि हम भारत में खेल संस्कृति बदल देंगे.’
भूपति ने कहा, ‘यदि ऐसा होता है तो यह विशिष्ट उपलब्धि होगी और कुछ भी खास या विशिष्ट हासिल करना आसान नहीं होता है लेकिन ऐसा किया जा सकता है.’