अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) को निलंबित करने को भारत के लिए ‘काला दिन’ करार देते हुए आईओए के भावी अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला ने रणधीर सिंह पर निशाना साधा.
चौटाला ने कहा कि रणधीर सिंह ने देश और उसके खिलाड़ियों के खिलाफ षडयंत्र रचा. चौटाला ने आरोप लगाए, ‘रणधीर देशद्रोही है. उसने देश और इसके खिलाड़ियों के खिलाफ षडयंत्र किया. आईओसी अधिकारी होने के नाते उसे देश की मदद करनी चाहिए थी लेकिन उसने निजी स्वार्थ के कारण देश को इस परेशानी में डाल दिया.’
उन्होंने कहा, ‘यह देश के लिए काला दिन है.’ आईओए के निलंबन के लिए रणधीर को जिम्मेदार ठहराते हुए चौटाला ने कहा कि इस अनुभवी खेल प्रशासक को आईओसी में अपने पद से तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘उसे तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. वह और सरकार मौजूदा समस्या के लिए जिम्मेदार हैं जिसके कारण भारत निलंबित हुआ.’
चौटाला के मुताबिक, ‘और कल (बुधवार) हम अपनी वाषिर्क आम बैठक में प्रस्ताव पारित करके रणधीर के इस्तीफे की मांग करेंगे. वह दोबारा आईओए का हिस्सा नहीं बनेगा.’
उन्होंने कहा, ‘हम आईओसी को भी पत्र लिखेंगे कि रणधीर को तुरंत सदस्य के रूप में हटा दिया जाए क्योंकि आईओए ने उसके खिलाफ प्रस्ताव पारित किया है.’
चौटाला ने कहा कि भारत जैसे ‘लोकतांत्रित देश’ को निलंबित करने का आईओसी का फैसला सही नहीं हैं उन्होंने कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है कि भारत जैसे लोकतांत्रिक देश को आईओसी ने प्रतिबंधित किया है. आईओसी का फैसला बिलकुल भी सही नहीं है.’
वहीं केंद्रीय खेल मंत्री जितेंद्र सिंह ने इसका ठीकरा भारतीय ओलंपिक संघ के मत्थे मढ़ा है. अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति की ओर से निलंबित किए जाने के बाद भारत अब ओलंपिक खेलों में हिस्सा नहीं ले पाएगा.
जितेंद्र ने कहा, ‘मौजूदा संकट के लिए भारतीय ओलंपिक संघ जिम्मेदार है. हमने कई दफा संघ से कहा कि वह अपने संविधान में संशोधन करे और अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन करे.’