आईपीएल 2021 के शुरू होने में अब कुछ ही दिन बचे हैं. इसी बीच भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने आईपीएल के नियमों में बड़ा फेरबदल करते हुए 'सॉफ्ट सिग्नल' के नियम को हटा दिया है. साथ ही अब थर्ड अंपायर मैदानी अंपायर के नो-बॉल और शॉर्ट रन के निर्णय को भी बदल सकेंगे. गौरतलब है कि इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में सॉफ्ट सिग्नल को लेकर विवाद हुआ था. जिसके बाद कप्तान विराट कोहली ने इस नियम पर सवाल उठाए थे.
नए नियम के मुताबिक, मैदानी अंपायरों के पास फैसला रेफर करने से पहले 'सॉफ्ट सिग्नल' देने का अधिकार नहीं रहेगा. इससे पहले अगर मैदानी अंपायर किसी फैसले को लेकर तीसरे अंपायर का सहारा लेता था तो उसे 'सॉफ्ट सिग्नल' देना होता था. इसके अलावे अब तीसरा अंपायर मैदानी अंपायर के नो-बॉल और शॉर्ट रन के निर्णय को भी बदल सकेगा.
एएनआई को सूत्रों ने कहा, 'सॉफ्ट सिग्नल' को हटाने का निर्णय इसलिए लिया गया है, ताकि थर्ड अंपायर मैदानी अंपायर के फैसले को ध्यान में रखे बिना उचित निर्णय ले सके.
ये भी पढ़ें - सूर्यकुमार यादव विवादास्पद तरीके से आउट, जानें क्या होता है सॉफ्ट सिग्नल?
इंग्लैंड के खिलाफ हालिया टी20 सीरीज में 'सॉफ्ट सिग्नल' विवाद ने तूल पकड़ा था. अहमदाबाद में खेले गए चौथे टी20 में सूर्यकुमार यादव और वॉशिंगटन सुंदर के विरुद्ध निर्णय हुआ था. उस मैच में सूर्यकुमार पारी के 14वें ओवर में सैम कुरेन की गेंद पर डेविड मलान को कैच दे बैठे थे. रिप्ले में दिख रहा था कि गेंद जमीन को छू गई थी. लेकिन सॉफ्ट सिग्नल के चलते सूर्यकुमार को थर्ड अंपायर वीरेंद्र शर्मा ने आउट दे दिया.
इसके बाद पारी के आखिरी ओवर में वॉशिंगटन सुंदर भी सॉफ्ट सिग्नल के तहत आउट दिए गए. जोफ्रा आर्चर की गेंद पर सुंदर ने एक बेहतरीन शॉट लगाया, लेकिन गेंद बांउड्री लाइन पर पड़ खड़े आदिल राशिद के हाथों में गई. मैदानी अंपायर ने सॉफ्ट सिग्नल आउट दिया. कैच लेने के समय ऐसा लग रहा था राशिद का पैर बाउंड्री लाइन को टच कर गया है. लेकिन तीसरे अंपायर ने सॉफ्ट सिग्नल के चलते सुंदर को आउट दे दिया.
उस मैच के बाद कप्तान विराट कोहली ने भी सॉफ्ट सिग्नल के फैसले पर सवाल खड़े किए थे. कोहली ने कहा था कि अंपायर के पास 'मुझे नहीं पता' का ऑप्शन क्यों नहीं हो सकता है.
पिछले साल आईपीएल में 'शॉर्ट रन' विवाद ने खूब सुर्खियां बटोरी थीं. दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ शुरुआती मैच में स्क्वॉयर लेग अंपायर ने गलती से किंग्स इलेवन पंजाब के क्रिस जॉर्डन के रन को ‘शॉर्ट रन’ करार दिया, जिस फैसले का खामियाजा टीम को करीबी मुकाबले में हार से भुगतना पड़ा. पंजाब की टीम ने इस फैसले के लिए मैच रेफरी के खिलाफ अपील दायर की थी.