scorecardresearch
 

IPL फिक्सिंगः श्रीनिवासन के बचाव में BCCI, दाखिल किया हलफनामा

जस्टिस मुद्गल कमिटी की रिपोर्ट के दावों को चुनौती देते हुए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दायर किया.

Advertisement
X
एन श्रीनिवासन (फाइल फोटो)
एन श्रीनिवासन (फाइल फोटो)

जस्टिस मुद्गल कमेटी की रिपोर्ट के दावों को चुनौती देते हुए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दायर किया.

Advertisement

हलफनामे में मुद्गल कमिटी की रिपोर्ट के उस खुलासे को चुनौती दी गई है कि जिसमें कहा गया था, 'एन श्रीनिवासन और बीसीसीआई के चार अधिकारियों को तीसरे व्यक्ति के रूप में चिह्नित एक खिलाड़ी द्वारा आचार संहिता का उल्लंघन किए जाने की जानकारी थी, लेकिन उन्होंने उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की.' शुरुआती जानकारी के मुताबिक बीसीसीआई ने कहा है कि अधिकारियों ने उस क्रिकेटर को डांट लगाई थी.

क्रिकेट बोर्ड ने हलफनामे में कहा कि मुद्गल कमेटी की रिपोर्ट का विश्लेषण करने के लिए 18 बीसीसीआई वर्किंग कमेटी की बैठक की. मीटिंग में यह बात सामने आई कि रिपोर्ट में जिस उल्लंघन का जिक्र है वो मामला एक विदेशी दौरे का है, उस वक्त रंजीत बिस्वाल टीम मैनेजर थे. मीटिंग में बिस्वाल ने बताया कि क्रिकेटर द्वारा आचार संहिता के उल्लंघन की जानकारी तत्कालीन बीसीसीआई अध्यक्ष शशांक मनोहर को भी दी गई थी.

Advertisement

बीसीसीआई ने कहा कि यह आचार संहिता उल्लंघन का एक छोटा सा मामला था. इसलिए उस खिलाड़ी को मौखिक तौर पर फटकार लगाई थी. बीसीसीआई के साथ बिस्वाल ने भी पूरे घटनाक्रम का ब्योरा देते हुए हलफनामा दायर किया है.

Live TV

Advertisement
Advertisement