राष्ट्रमंडल खेलों की आयोजन समिति के अध्यक्ष सुरेश कलमाड़ी ने मंगलवार को पूर्व खेल मंत्री एवं राज्यसभा सदस्य मणि शंकर अय्यर पर इन खेलों के बारे में दिए गए बयानों पर पलटवार करते हुए इन्हें ‘गैरजिम्मेदाराना’ और ‘राष्ट्रविरोधी’ करार दिया.
राष्ट्रमंडल खेलों के प्रति अपना विरोध जारी रखते हुए पूर्व खेल मंत्री मणि शंकर अय्यर ने यह कहकर एक बार फिर सरकार की किरकिरी कर दी कि इन खेलों का संरक्षण ‘भगवान नहीं बल्कि शैतान’ करेगा. उन्होंने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘जो लोग खेलों का संरक्षण कर रहे हैं, शैतान ही हो सकते हैं, भगवान नहीं.’
उन्होंने यह भी कहा कि अगर ये खेल सफल रहते हैं तो वह ‘नाखुश’ होंगे. अय्यर ने कहा, ‘मैं एक तरह से खुश हूं क्योंकि बारिश से राष्ट्रमंडल खेलों में कठिनाई पैदा हो रही है. दरअसल, मैं बहुत नाखुश हूं अगर ये खेल सफल होते हैं तो ये लोग एशियाई और ओलंपिक खेलों की बात करने लगेंगे.’
अय्यर के बयान पर जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम के उद्घाटन समारोह के अवसर पर आए भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष सुरेश कलमाड़ी ने कहा, ‘कोई व्यक्ति खेलों को बर्बाद नहीं कर सकता. यह बहुत ही गैरजिम्मेदाराना और हास्यास्पद बयान है जो ऐसे वरिष्ठ व्यक्ति द्वारा दिया गया है जो खेल मंत्रालय का प्रमुख रहा चुका है. कोई भी भारतीय इस तरह का बयान नहीं दे सकता.’
उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रमंडल खेल शुरू होने वाले हैं उनको (अय्यर) अपनी जिम्मेदारी का अहसास होना चाहिए और इस तरह के बयान देने से पहले सोचना चाहिए.’ कलमाडी ने कहा, ‘वे राज्यसभा सदस्य हैं और उनका यह बयान पूरी तरह से राष्ट्र विरोधी है.’