टीम इंडिया के कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी और उनके शहर रांची को आज पूरी दुनिया जानती है लेकिन जब उन्होंने अपना क्रिकेट करियर शुरू किया था तो इस खिलाड़ी को एक बार अपने शहर का नाम बताने के बाद ये तक कहना पड़ा था 'कराची नहीं रांची.'
धोनी इस बात से बहुत खुश हैं कि आज जेएससीए स्टेडियम ने रांची को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिला दी है. माही के नाम से मशहूर धोनी ने बताया, 'मेरे पदार्पण से ठीक पहले मैं केन्या में था. जब मैंने सेंचुरी मारी तो काफी लोगों ने पूछा कि मैं कहां का रहने वाला हूं. जब मैंने कहा रांची तो उन्होंने कहा, अच्छा... बंटवारे के बाद तुम्हारे मां-बाप इस तरफ (भारत) आ गए होंगे. मैंने कहा कराची नहीं रांची.'
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धोनी ने बताया कि मैंने आगे इस बारे में बात नहीं की और आगे बढ़ गया. जेएससीए स्टेडियम में कंट्री क्रिकेट क्लब के उद्घाटन समारोह के दौरान धोनी ने कहा कि जेएससीए स्टेडियम ने रांची को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई. उन्होंने कहा, 'मैंने जब भी किसी विदेशी खिलाड़ी से बात की तो सभी ने कहा कि यह भारत के सर्वश्रेष्ठ स्टेडियमों में से एक है और दुनिया के शीर्ष दो स्टेडियमों में शामिल है.'
उन्होंने कहा, 'जब मैंने पहली बार इस स्टेडियम की जगह को देखा तो यह कल्पना करना मुश्किल था कि स्टेडियम इस तरह का हो सकता था.' धोनी ने अपना यह अनुभव उस समय साझा किया जब जेएससीए अध्यक्ष अमिताभ चौधरी ने कहा कि इस क्रिकेटर ने रांची को लोकप्रिय किया है.