एशेज सीरीज में इंग्लैंड का वाइटवाश हुआ और इस शर्मनाक हार के बाद 'बलि का बकरा' बने होनहार ऑलराउंडर खिलाड़ी केविन पीटरसन. ऐसा मानना है पूर्व ऑलराउंडर एंड्रयू फ्लिंटॉफ का. इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने ऑस्ट्रेलिया में 0-5 से सीरीज गंवाने के बाद पीटरसन से नाता तोड़ने की घोषणा की थी.
फ्लिंटाफ का हालांकि मानना है कि व्यक्तिगत खिलाड़ियों को जिम्मेदार ठहराना गलत है और उन्होंने इंग्लैंड टीम के भीतर टीम भावना पर भी सवाल उठाए. उन्होंने 'डेली मेल' से कहा, 'यह टीम अब एक टीम की तरह नहीं लगती. उन्हें हार का ठीकरा फोड़ने के लिए एक खिलाड़ी मिल गया और बाकी लोग अपना काम करते रहना चाहते हैं और उसे बचाना नहीं चाहते.'
उन्होंने कहा, 'ऐसा नहीं था कि हम उन्हें आउट नहीं कर सकते थे, ऐसा भी नहीं था कि हम रन नहीं बना सकते थे. यह केविन पीटरसन की गलती नहीं थी.'
फ्लिंटॉफ ने कहा कि वो कुछ सीनियर खिलाड़ियों का अधिक सम्मान करते अगर वे एक व्यक्ति को सजा झेलने देने की जगह उसका साथ देते. उन्होंने कहा कि बाकियों को आलोचना से बचाने के लिए दक्षिण अफ्रीका में जन्में पीटरसन का सहारा लिया गया.