इंग्लैंड के बल्लेबाज केविन पीटरसन ने पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ को अपना 'असली गुरु' बताया है और उनकी तारीफ की है.
पीटरसन के शब्दों में उनकी तकनीक पर द्रविड़ का गहरा असर
पड़ा. इस हफ्ते रिलीज आत्मकथा 'KP' में पीटरसन ने इस भारतीय बल्लेबाज के साथ ईमेल का लगातार जिक्र किया है. इनमें द्रविड़ ने स्पिनरों को खेलने के बारे में बात की और इससे उनके खेल
में काफी फर्क पड़ा.
पीटरसन के अपने करियर के दौरान अपने टीम के कोचों के साथ कभी बहुत अच्छे संबंध नहीं रहे और ऐसे में उनकी असली गुरु पाने की कवायद भारत में जाकर खत्म हुई. पीटरसन ने अपनी किताब में लिखा है, 'राहुल अपने दिनों में महान और बेजोड़ भारतीय बल्लेबाज थे. वह स्पिन गेंदबाजों को खेलने के मामले में जीनियस थे. हमारी बातचीत और ई मेल एक असली गुरु से निजी मास्टर क्लास थी. राहुल ने मेरी क्रिकेट में सुधार किया और मेरी अपने खेल के बारे में सोच को विकसित करने में मदद की. उनकी उदारता हमेशा मेरे साथ बनी रहेगी.'
पीटरसन ने एक ईमेल का जिक्र किया है जिसमें द्रविड़ ने उन्हें चैंपियन करार दिया है और उन्हें गुण सिखाए हैं. द्रविड़ ने लिखा है, 'केपी आप वास्तव में बहुत अच्छे खिलाड़ी हो. आपको गेंद को अच्छी तरह से देखने और खुद पर विश्वास करने की जरूरत है. किसी को भी यह कहने का मौका नहीं दो कि आप स्पिन नहीं खेल सकते. मैंने आपको देखा है और आप स्पिन खेल सकते हो.'पीटरसन ने लिखा है कि वह अक्सर इस ईमेल को पढ़ते हैं और यह उनके चेहरे पर मुस्कान बिखेर देता है. उन्होंने कहा, 'आईपीएल में समय बिताने और खासकर राहुल द्रविड़ से बात करने के बाद स्पिन को खेलने की मेरी क्षमता कई गुना बढ़ गई. इंग्लैंड में बल्लेबाजों को स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ स्पिन खेलना सिखाया जाता है. भारत में स्पिन के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी इसके खिलाफ खेलना सिखाते हैं.'
ड्रेसिंग रूम का खुलासा
दक्षिण अफ्रीका में जन्मे इस क्रिकेटर ने कोच एंडी फ्लावर की अगुवाई में इंग्लिश ड्रेसिंग में धौंस जमाने की प्रवृति का खुलासा करके इंग्लैंड क्रिकेट में बवाल मचा दिया है. इंग्लैंड के कप्तान एलिस्टेयर कुक ने पीटरसन पर टीम के सफल युग की छवि को बिगाड़ने का आरोप लगाया.
अपनी आत्मकथा में पीटरसन ने अपने साथियों के रूखे व्यवहार के बारे में खुलकर बात की है लेकिन उन्होंने आईपीएल में अच्छे माहौल की जमकर तारीफ की है. दिल्ली डेयरडेविल्स के इस खिलाड़ी ने लिखा है, आईपीएल भविष्य है. मैं पैसे और आईपीएल के बारे में आपसे दिन भर बात कर सकता हूं लेकिन केवल दोस्ती के लिये मैं मुफ्त में खेलने के लिये तैयार हूं. मैंने सभी विदेशी खिलाड़ियों से अपनी दोस्ती आईपीएल में खेलते हुए बनाई. इंग्लैंड ड्रेसिंग रूम में इससे मदद नहीं मिलती. वहां इस तरह का दोस्ती नहीं होती है.'
(-पीटीआई से इनपुट)