आईपीएल-7 के फाइनल में प्रीति जिंटा की टीम किंग्स इलेवन पंजाब और शाहरुख खान की टीम कोलकाता नाइट राइडर्स पहुंच गई है. किंग्स इलेवन पंजाब ने तो इस सीजन में शुरू से ही अपना दम दिखाया जबकि केकेआर का ग्राफ कभी ऊपर गया तो कभी नीचे गिरा.
एक नजर डालते हैं दोनों टीमों के फाइनल तक के सफर पर
किंग्स इलेवन पंजाब:
आईपीएल-6 तक चेन्नई सुपरकिंग्स, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर, कोलकाता नाइट राइडर्स और राजस्थान रॉयल्स जैसी टीमों ने परचम लहराया और जमकर तारीफ भी बटोरी लेकिन पंजाब के हिस्से बस आलोचना ही आई थी. कहा जाता रहा कि पंजाब के पास टैलेंट तो है लेकिन बड़े मुकाबले जीतने की ताकत नहीं. 18 अप्रैल को अबू धाबी से लेकर 30 मई को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम तक, इस बार पंजाब की टीम ने आईपीएल में धूम मचा दी है.
पंजाब ने लगातार 5 मैचों में जीत दर्ज की तो पॉइंट टेबल में भी नंबर वन बनी रही. जो टीम चेन्नई जैसी टीम को एक-दो नहीं बल्कि तीन बार घुटने टेकने पर मजबूर कर दे, उसके इरादों के बारे में खुद ही अंदाजा लगाया जा सकता है. इस बार पंजाब की आंधी के आगे कोई नहीं टिक सका है. मैक्सवेल और मिलर की धमाकेदार जोड़ी ने गेंदबाजों के छक्के छुड़ाए, तो संदीप शर्मा और मिशेल जॉनसन की धार और रफ्तार के आगे भी विरोधियों ने समर्पण कर दिया.
पहला क्वालिफायर हारने के बाद जब फाइनल में पहुंचने के लिए चेन्नई के साथ करो या मरो मुकाबला हुआ तो किसने सोचा था कि वीरेंद्र सहवाग का बल्ला फिर से आग उगलेगा? यानी, पहली बार आईपीएल जीतने से बस एक कदम दूर खड़ी इस पंजाब की टीम के लिए अब कुछ भी करना नामुमकिन नहीं.
कोलकाता नाइट राइडर्स:
आईपीएल-7 में केकेआर की शुरुआत बहुत खराब थी, लेकिन संभली तो जोरदार प्रदर्शन किया. रॉबिन उथप्पा का बल्ला आग उगल रहा है तो कप्तान गौतम गंभीर भी संजीदा हो गए हैं. यूसुफ पठान पुराने फॉर्म में लौट आए हैं. देखना होगा लगातार आठ जीतों का सिलसिला आज थमेगा या जारी रहेगा? केकेआर के लिए 3 साल में दूसरी बार फाइनल में जगह बनाना किसी सपने के साकार होने जैसा है. इस बार लीग दौर में केकेआर की हालत पतली थी. पहले 7 मैचों में कोलकाता को सिर्फ 2 जीत ही हासिल हुई और क्वालिफाइंग दौर में जगह बनाने की सारी उम्मीदें टूटती दिख रही थीं. कप्तान गंभीर ना सिर्फ बल्ले नाकाम साबित हो रहे थे बल्कि उनकी लीडरशीप पर भी सवालिया निशान लगने लगा था. लेकिन आईपीएल का पहला राउंड यूएई में खत्म होने के बाद भारत पहुंचा और केकेआर की किस्मत बदल गई.
लेडी लक से चमकी गंभीर की किस्मत...
भारत आने के तुरंत बाद गंभीर की जिंदगी में एक और 'लेडी लक' ने कदम रखा. 1 मई को गंभीर की पत्नी नताशा ने बेटी को जन्म दिया और उसके बाद गंभीर के साथ केकेआर के भी अच्छे दिन आ गए, हालांकि भारत में भी पहले दो मैच में केकेआर को हार का सामना करना पड़ा. लेकिन उसके बाद जीत का जो सिलसिला शुरू हुआ वो तब से बदस्तूर जारी है. उसके बाद केकेआर अपनी टीम के मंत्र 'कोरबो लोड़बो जीतबो रे' के नारे को अमली जामा कुछ इस कदर पहनाया कि लीग दौर में लगातार सात जीत दर्ज कर पॉइंट टेबल में पंजाब के बाद नंबर 2 टीम बन गई. क्वालिफायर-1 में पंजाब को हराकर केकेआर ने लगातार आठवीं जीत दर्ज की और अब केकेआर दूसरी बार चैंपियन बनने से बस एक कदम दूर है. जब पंजाब के खिलाफ मैच चल ही रहा था इस बीच गंभीर के लिए एक और बड़ी खुशखबरी आई लंबे अरसे बाद सलेक्टर्स ने गंभीर को टीम इंडिया में जगह दी और वो इंग्लैंड दौरे के लिए टेस्ट टीम में शामिल कर लिए गए हैं. खुशियों की इन सौगातों ने केकेआर के हौसले को आसमान पर पहुंचा दिया है. सुनील नरेन की फिरकी की काट अब भी बल्लेबाज ढूंढ़ नहीं पाए हैं.