एशिया कप के पहले मैच में टीम इंडिया ने बांग्लादेश पर 6 विकेट से जीत दर्ज की और एक बार फिर इस जीत में सबसे बड़ा किरदार विराट कोहली ने निभाया. इस पारी में विराट कोहली ने कप्तानी पारी खेलते हुए शानदार शतक लगाया. बांग्लादेश के खिलाफ कोहली का यह तीसरा शतक है.
विराट का यह वनडे मैचों में 19वां शतक है. इसके साथ ही कोहली ने वनडे मैचों में शतक के मामले में ब्रायन लारा की बराबरी कर ली है. खास बात यह है कि विराट कोहली का यह केवल 131वां वनडे है जबकि लारा 299 वनडे खेल चुके हैं. अब शतकों के मामले में उनसे आगे केवल 7 दिग्गज क्रिकेटर हैं. विराट कोहली ने इसके साथ ही एक और रिकॉर्ड बनाया. वो अब दुनिया के सबसे तेज 19 वनडे शतक लगाने वाले क्रिकेटर भी बन गए हैं. उन्होंने क्रिस गेल के रिकॉर्ड को ध्वस्त किया है. गेल ने 189वीं पारी में अपना 19वां शतक बनाया था.
वनडे मैचों में सबसे अधिक शतक का रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम दर्ज है. सचिन ने वनडे में 49 शतक लगाये हैं. उसके बाद दूसरे नंबर पर 30 शतकों के साथ पोंटिंग, तीसरे पर 28 शतकों के साथ जयसूर्या हैं. इसके बाद जो तीन शतकवीर हैं उन्हें पछाड़ने में कोहली को केवल कुछ मैचों की जरूरत होगी क्योंकि सौरव गांगुली (22 शतक), क्रिस गेल और हर्शल गिब्स (21 शतक) और सईद अनवर (20 शतक) उनसे महज कुछ कदमों के फासले पर रिकॉर्ड बुक में दर्ज हैं.
कप्तान के तौर पर कोहली का यह केवल 8वां मैच है और इनमें से तीन में वह शतक लगा चुके हैं. कोहली ने कप्तान ने तौर पर इससे पहले जिम्बाब्वे (115) और वेस्ट इंडीज (102) के खिलाफ अभी पिछले साल ही शतक लगाया था. आपको बता दें कि कोहली उन कुछ गिने चुने क्रिकेट कप्तानों में से हैं जिनके नाम कप्तान के तौर पर अपने पहले ही मैच में शतक लगाने का रिकॉर्ड दर्ज है. दूसरी पारी में बल्लेबाजी करते हुए यह कोहली की 13वीं सेंचुरी है. और एक खास बात, सिर्फ दो मौके को छोड़ कोहली ने जब-जब वनडे में सेंचुरी लगाई है तब-तब टीम इंडिया की जीत हुई है. यानी उनके 17 शतक टीम इंडिया के लिए जीत लेकर आए.
विराट कोहली ने बतौर कप्तान अब तक 8 मैच खेले हैं और इन सभी वनडे में टीम इंडिया को जीत मिली है. यानी सौ फीसदी सफलता. तो टीम इंडिया के भावी कप्तान के तौर पर देखे जा रहे विराट कोहली निश्चित ही इस दिशा में भी बड़ी ही तेजी से अपने कदम बढ़ा रहे हैं.
मैच दर मैच कोहली और भी विराट होते जा रहे हैं. और सबसे महत्वपूर्ण यह है कि यह कप्तान के रूप में उनका पहला आधिकारिक टूर्नामेंट भी है.