कोलकाता के ईडन गार्डेंस मैदान पर खेले जा रहे टेस्ट मैच के दूसरे दिन रोहित शर्मा और आर अश्विन ने मिलकर टीम इंडिया को मुश्किलों से उबारा. दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 6 विकेट खोकर 354 रन बना लिए हैं. रोहित शर्मा 127 और आर अश्विन 92 रन बनाकर क्रीज पर डटे हुए हैं. भारत को कैरेबियाई टीम के खिलाफ 120 रनों की लीड मिल चुकी है.
पहले दिन बिना विकेट गंवाए 37 रनों से आगे खेलने उतरे शिखर धवन और मुरली विजय जल्दी-जल्दी पवेलियन लौट गए. 42 रनों पर धवन के रूप भारत को पहला झटका लगा. धवन 23 रन बनाकर शेन शिलिंगफोर्ड का शिकार बने. स्कोर 57 रनों तक ही पहुंचा था कि मुरली विजय भी शिलिंगफोर्ड की गेंद पर आउट हो गए. दो विकेट गिरने के बाद तेंदुलकर बल्लेबाजी के लिए उतरे.
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तेंदुलकर के दो 'क्लासिक' मास्टर स्ट्रोक्स
भले ही मास्टर ब्लास्टर 24 गेंदों 10 रन बनाकर आउट हो गए हों लेकिन उन्होंने दो क्लासिक शॉट्स जड़े. 6 गेंदों पर बिना खाता खोले सचिन ने सातवीं गेंद पर शानदार चौका जड़ा. शिलिंगफोर्ड की गेंद पर टर्न के साथ खेलते हुए तेंदुलकर ने मिडविकेट पर अपनी पारी का पहला चौका जड़ा. इसी ओवर में तीसरी गेंद पर मास्टर ब्लास्टर ने एक और मास्टर स्ट्रोक जड़ा. मिडविकेट और मिड ऑन के बीच गैप में सचिन ने अपना दूसरा चौका जड़ा.
विवादास्पद फैसले का शिकार बने तेंदुलकर
सचिन तेंदुलकर को आउट दिए जाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. इंग्लैंड के अंपायर नाइजल लॉन्ग के इस फैसले पर सवाल उठ रहे हैं. सचिन इस पारी में एलबीडब्ल्यू आउट करार दिए गए पर टीवी रिप्ले से जो तथ्य सामने आए हैं, उसके बाद इस फैसले पर सवाल उठना लाजमी है. शिलिंगफोर्ड ने 'दूसरा' गेंद फेंकी, जिसे सचिन पढ़ने में नाकाम रहे. वो गेंद की लाइन पर पूरी तरह से चूक गए और बॉल उनके दाएं पांव के पैड पर ऊपर जा लगी.
शिलिंगफोर्ड के साथ अन्य विंडीज क्रिकेटर अपील करने लगे और अंपायर ने बिना कोई समय गंवाए सचिन को आउट दे दिया. सचिन उस फैसले से नाखुश तो दिखे और मुड़कर विकेट की ओर भी देखा लेकिन वो अपनी नाराजगी जाहिर किए बिना ही पैवेलियन की तरफ लौट गए. पैवेलियन लौटते समय वो निराश थे.
पुजारा, विराट भी नहीं चले
चेतेश्वर पुजारा सचिन से पहले ही पवेलियन लौट गए थे. उन्होंने 17 रनों की पारी खेली इसके अलावा विराट कोहली भी कुछ खास नहीं कर सके और 3 रन बनाकर आउट हो गए. पुजारा का विकेट शेलडम कॉट्रेल के खाते में गया, जबकि विराट शिलिंगफोर्ड का चौथा शिकार बने. 83 रनों तक आधी टीम इंडिया पवेलियन लौट के मुश्किलों में घिर गई थी.
धोनी और शर्मा ने संभाली पारी
कप्तान धोनी ने रोहित शर्मा के साथ मिलकर पारी को संभालने की कोशिश की दोनों ने विकेट पर कुछ देर टिककर रन बनाना शुरू किया दोनों ने मिलकर 73 रन जोड़े. जब लग रहा था कि पारी संभल रही है तभी टीनो बेस्ट ने धोनी को आउट कर भारत की उम्मीदों को तगड़ा झटका दिया. मैच के पहले दिन कैरेबियाई टीम 234 रनों पर सिमट गई थी.
पहले दिन छाए रहे भारतीय गेंदबाज
मैच के पहले दिन भारतीय गेंदबाजों खासकर अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे मोहम्मद शमी ने शानदार प्रदर्शन किया. शमी ने जबरदस्त गेंदबाजी करते हुए चार विकेट झटके. वहीं आर अश्विन के खाते में दो सफलता आई. भुवनेश्वर कुमार, प्रज्ञान ओझा और सचिन तेंदुलकर ने एक-एक विकेट लिया. शमी ने कैरेबियाई बल्लेबाजों को सबसे ज्यादा परेशान किया. 17 ओवर 71 रन देकर उन्होंने चार कैरेबियाई बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई.
तेंदुलकर की 'गुगली' में फंसे शिलिंगफोर्ड
मैच के 63वें ओवर को फेंकने के लिए गेंद मास्टर ब्लास्टर तेंदुलकर ने थामी. तेंदुलकर जब गेंदबाजी करने आए तो पूरे स्टेडियम में गजब का उत्साह देखने को मिला. मास्टर ब्लास्टर ने भी अपने फैन्स को निराश नहीं किया और अपने पहले ओवर की चौथी गेंद पर शेन शिलिंगफोर्ड के रूप में वेस्टइंडीज को सातवां झटका दिया. तेंदुलकर लेगब्रेक गुगली फेंकी और इसका कोई तोड़ शिलिंगफोर्ड के पास नहीं था. शिलिंगफोर्ड एलबीडब्ल्यू आउट होकर पवेलियन लौट गए.
टिककर नहीं खेल सके कैरेबियाई बल्लेबाज
कैरेबियाई टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था. वेस्टइंडीज की ओर से मार्लोन सैमुअल्स ने सबसे ज्यादा 65 रनों की पारी खेली. उनके अलावा कोई भी बल्लेबाज हाफसेंचुरी तक नहीं पहुंच सका. डैरेन ब्रावो विकेट पर 124 मिनट टिके तो लेकिन 23 रनों से ज्यादा का योगदान नहीं दे सके. वहीं अनुभवी बल्लेबाज शिवनारायण चंद्रपाल 36 रन ही बना सके. इनके अलावा सलामी बल्लेबाज कीरन पॉवेल ने 28 रनों की पारी खेली. इन चार बल्लेबाजों के अलावा कोई भी बल्लेबाज 20 रनों का आंकड़ा भी पार नहीं कर सका.
पूरे दिन छाया रहा मास्टर ब्लास्टर का 'जादू'
भारत में लंबे समय बाद टेस्ट क्रिकेट में इतनी भीड़ देखने को मिली. मास्टर ब्लास्टर ईडन गार्डंस पर आखिरी बार खेल रहे हैं और लोग भी उनकी एक झलक पाने के लिए बेकरार दिखे. तेंदुलकर बाउंड्री पर फील्डिंग कर रहे थे और जब-जब बीच में मौका मिल रहा था, बाउंड्री के पार खड़े बच्चों को ऑटोग्राफ दे रहे थे. तेंदुलकर ने टेस्ट से पहले रोहित शर्मा को टेस्ट कैप भी पहनाई. इसके अलावा मैच का टॉस सोने के सिक्के से किया गया, जिसपर सचिन तेंदुलकर की तस्वीर थी.