बैंगलोर ने ट्वेंटी20 लीग के रोमांचक मैच में दिल्ली को सुपर ओवर में शिकस्त देकर टूर्नामेंट में चौथी जीत दर्ज की.
वहीं दिल्ली लगातार हार के सिलसिले को नहीं तोड़ सकी और उसे पांचवीं शिकस्त का मुंह देखना पड़ा जिससे वह बिना अंक के निचले स्थान पर बरकरार है. एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद टीम अपने सलामी बल्लेबाजों द्वारा मिली अच्छी शुरूआत का फायदा नहीं उठा पायी और पांच विकेट पर 152 रन का स्कोर ही बना सकी.
कप्तान विराट कोहली (65) और एबी डिविलियर्स (39 रन) के बीच तीसरे विकेट के लिये 103 रन की शानदार साझेदारी के बावजूद अंत में लगातार विकेट खोने से बैंगलोर को इस सत्र में अपना दूसरा सुपर ओवर खेलना पड़ा. टीम ने सात विकेट पर 152 रन बना लिये थे.
हैदराबाद के खिलाफ अपने दूसरे मैच में बैंगलोर को सुपर ओवर में हार मिली थी लेकिन आज उसने दूसरे एक ओवर एलीमिनेटर में जीत दर्ज की.
सुपर ओवर में दिल्ली के उमेश यादव गेंदबाजी के लिये उतरे. बैंगलोर ने क्रिस गेल (1, 1) के दो और एबी डिविलियर्स (1, 6, 6) के 13 रन से कुल 15 रन बनाये.
दिल्ली को 16 रन का लक्ष्य मिला और रवि रामपाल गेंदबाजी के लिये उतरे लेकिन डेविड वार्नर पहली ही गेंद पर आउट हो गये. दूसरी गेंद पर इरफान पठान ने चौका लगाया, अगली गेंद पर कोई रन नहीं, फिर छक्का और एक रन बना. आखिरी गेंद पर बेन रोहरर बोल्ड हो गये और टीम का स्कोर 11 रन पर दो विकेट (आल आउट) हो गया. बैंगलोर इस तरह छह मैचों में चौथी जीत दर्ज की.
कोहली ने अपनी अर्धशतकीय पारी में 50 गेंद का सामना कर सात चौके और एक छक्का जमाया. डिविलियर्स ने 16वें ओवर की आखिरी गेंद पर रन आउट होने से पहले 32 गेंद का सामना कर तीन चौके और एक छक्के से 39 रन की पारी खेली.
सलामी बल्लेबाज गेल (नौ गेंद में दो छक्के से 13 रन) और लोकेश राहुल (12 गेंद में दो चौके से 12 रन) ने क्रीज पर आते ही आक्रामक शाट लगाने शुरू कर दिये. गेल ने मोर्नी मोर्कल की गेंद पर छक्का जमाकर दर्शकों की उम्मीदें जगा दी. लेकिन राहुल तेज गेंदबाज आशीष नेहरा के दूसरे ओवर की अंतिम गेंद पर बल्ला छुआकर कैच आउट हुए. इस तरह बैंगलोर ने 20 रन पर पहला विकेट खोया. गेल ने फिर मोर्कल के ओवर में बैकवर्ड प्वाइंट पर गगनचुंबी छक्का लगाया लेकिन अगली ही गेंद पर थर्ड मैन पर यादव को कैच देकर आउट हो गये.
कोहली और डिविलियर्स ने शानदार शाट खेलते हुए तीसरे विकेट के लिये 103 रन की भागीदारी निभायी. कप्तान कोहली ने पठान की गेंद पर चौका जमाकर अर्धशतक पूरा किया. डिविलियर्स हालांकि सीधे थ्रो से रन आउट हुए जिससे 75 गेंद की भागीदारी का अंत हुआ.
इसके बाद बैंगलोर ने नौ रन में पांच विकेट खो दिये. एंड्रयू मैकडोनल्ड आते ही शाहबाज नदीम को उनकी गेंद पर कैच दे बैठे. अरूण कार्तिक और सैयद मोहम्मद के अलावा कोहली भी 19वें ओवर में पवेलियन पहुंच गये जिससे वह खुद बहुत निराश लग रहे थे.
टीम का स्कोर तीन विकेट पर 129 से सात विकेट पर 138 रन हो गया. मेजमान टीम को अंतिम छह गेंद पर 12 रन चाहिए थे. रामपाल और विनय कुमार क्रीज पर थे. पठान की पहली गेंद पर रामपाल ने छक्का जड़कर दबाव कम किया. इसके बाद एक, एक, दो, शून्य और एक रन बना जिससे मैच सुपर ओवर में चला गया.
इससे पहले दिल्ली डेयरडेविल्स की ओर से कोई मजबूत साझेदारी नहीं बनी, उसकी ओर से 34 गेंद में 43 रन की सर्वश्रेष्ठ साझेदारी सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग (23 गेंद में चार चौके से 25 रन) और वार्नर (13 गेंद में तीन चौके से 15 रन) ने बनायी.
केदार जाधव ने 16 गेंद में नाबाद 29 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे जिसमें उन्होंने दो चौके और एक छक्के जमाये. उनके अलावा सहवाग, कप्तान महेला जयवर्धने (31 गेंद में दो चौके से 28 रन) और इरफान पठान (आठ गेंद में दो चौके और एक छक्के से नाबाद 19 रन) ने उपयोगी योगदान दिया. तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट ने 24 रन देकर दो विकेट अपने नाम किये जबकि दो अन्य गेंदबाज विनय कुमार और एंड्रयू मैकडोनल्ड ने एक एक विकेट हासिल किया.
सहवाग और वार्नर ने पहले विकेट के लिये 43 रन जोड़कर अच्छी शुरूआत करायी, लेकिन इसके बाद दोनों लगातार आउट हो गये. सहवाग ने मैच के चौथे ओवर में वैसी ही आक्रामक बल्लेबाजी की, जिसके लिये वह मशहूर हैं, उन्होंने उनादकट के ओवर में लगातार तीन चौके जड़े.
वार्नर ने भी पारी के दूसरे ओवर में आर पी सिंह के ओवर में लगातार दो चौके लगाये. लेकिन वह छठे ओवर में आउट हुए, जब स्कोर 43 रन था. सहवाग भी अगले ओवर में इसी स्कोर पर मैकडोनल्ड की इस साल लीग की पहली गेंद पर पवेलियन पहुंच गये. उनका कैच मिडविकेट पर विराट कोहली ने लपका.
जयवर्धने और मनप्रीत जुनेजा (16 गेंद में 17 रन) ने भागीदारी बनाने की कोशिश की, लेकिन उनादकट ने जुनेजा को पवेलियन भेजकर टीम की उम्मीदें तोड़ दी. इसके बाद उन्होंने रोहरर (14 गेंद में 14 रन) को आउट किया, जिससे दिल्ली ने 15वें ओवर में 91 रन पर चार विकेट खो दिये थे.
जाधव और पठान ने छठे विकेट के लिये नाबाद 30 रन जोड़कर दिल्ली को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया, टीम 18-1 ओवर में पांच विकेट पर 122 रन पर जूझ रही थी. इन दोनों ने रवि रामपाल के 19वें ओवर में 15 रन जुटाये जबकि आर पी सिंह के अंतिम ओवर में भी इतने ही रन बने.