लंदन ओलंपिक खेलों की महिला मुक्केबाजी स्पर्धा के 51 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में जगह बनाकर भारत के लिए पदक पक्का करने वाली एमसी मैरी कॉम ने कहा कि उनका प्रयास अब कम से कम रजत पदक जीतना होगा.
मैरीकॉम ने सोमवार को लंदन में क्वार्टर फाइनल में ट्यूनीशिया की मारोआ राहाली को 15-6 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाते हुए भारत के लिए लंदन ओलंपिक का चौथा पदक तय किया.
मैरी कॉम ने अपने मुकाबले के बाद कहा, 'अब मैं कम से कम रजत पदक जीतने का प्रयास करूंगी. इसके बाद देखते हैं कि क्या होता है. पिछले तीन या चार साल से मैं ऐसे पुरुष मुक्केबाजों के साथ ट्रेनिंग कर रही हूं जो मुझसे अधिक लंबे और भारी भरकम हैं. इससे काफी मदद मिली.'
उन्होंने कहा, 'मैं अभी काफी थकी हुई नहीं हूं लेकिन कल का मुकाबला कड़ा था. मैं लय में आ रही हूं और उम्मीद करती हूं कि समय आने पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर पाउंगी. मैं इसे लेकर बेताब हूं.' मैरीकोम ने कहा कि इसके साथ ही उनका ओलंपिक पदक का सपना भी साकार हो जाएगा.
उन्होंने कहा, 'मैं बेहद खुश हूं. उम्मीद करती हूं कि अब मेरा सपना साकार हो जाएगा. पिछले एक साल से मैं ओलंपिक पदक का सपना देख रही थी और अब मैं तैयार हूं.' अपने 51 किग्रा वर्ग में प्रतिस्पर्धा के बारे में मैरी कॉम ने कहा, 'मैं इस वजन वर्ग में सिर्फ दो साल से प्रतिस्पर्धा पेश कर रही हूं. यह काफी मुश्किल था. वजन बढ़ाना काफी मुश्किल था. मैं अब भी सामंजस्य बैठाने की कोशिश कर रही हूं.'