मकाउ ओपन की खिताबी जीत उनके करियर की सबसे बड़ी जीत है और उनका कहना है कि यह दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी बनने की उनकी कवायद में बड़ा कदम है. मकाउ ओपन जीतने के बाद ये बातें कही हैं भारत की चोटी की स्क्वॉश खिलाड़ी दीपिका पल्लिकल ने.
पल्लिकल ने इस रविवार को मकाउ में महिला स्क्वाश संघ (डब्ल्यूएसए) सिल्वर बैंड प्रतियोगिता में जीत दर्ज की थी. उन्होंने खिताब की राह में ग्रिनहैम बहनों (दुनिया की पूर्व नंबर दो खिलाड़ी नताली और पूर्व नंबर एक राचेल) को हराया था. शंघाई में चाइना ओपन की तैयारियों में जुटी पल्लिकल ने एक ई-मेल इंटरव्यू में कहा, ‘हां निश्चित तौर पर यह मेरे कॅरियर की सबसे बड़ी जीत है. यह सिल्वर टूर्नामेंट में मेरी पहली जीत है. इसलिए मैं बहुत अच्छा महसूस कर रही हूं. मेरा लक्ष्य दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी बनना है और यह उसकी शुरुआत भर है.’
उन्होंने कहा, ‘यह मेरी अब तक की सबसे बड़ी जीत है. मैंने टूर्नामेंट जीतने के लिए पूरे सप्ताह बहुत अच्छी स्क्वॉश खेली. सेमीफाइनल और फाइनल में मेरी जीत महत्वपूर्ण थी. जब मैं फाइनल में पहुंची तो मैं जानती थी कि मेरे लिए जीत का मौका है और मुझे इसे हाथ से नहीं जाने देना है.’
पल्लिकल ने फाइनल में राचेल को 12-10, 5-11, 11-7, 11-9 से हराया था. इससे पहले उन्होंने सेमीफाइनल में शीर्ष वरीयता प्राप्त नताली को 11-9, 11-8, 8-11, 11-4, 11-9 से हराया था.