ओल्ड ट्रेफर्ड टेस्ट में शर्मनाक हार के बाद टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने एकदम बेशर्म बयान दिया. धोनी ने कहा कि अच्छा हुआ कि ये मैच सिर्फ 3 तीन में खत्म हो गया, दो दिन आराम का मौका मिलेगा. हालांकि लहजे से साफ था कि वो मजाक के मूड में बोल रहे थे लेकिन इतनी बड़ी हार के बाद ये मजाक हजम करने लायक नहीं था.
शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों पर निशाना साधते हुए धोनी ने कहा कि सारे रन पांचवें गेंदबाज और निचले क्रम के बल्लेबाजों ने बनाए. धोनी से जब यह पूछा गया कि क्या वह दूसरी पारी में बल्लेबाजों के प्रदर्शन से निराश हैं तो उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि यहां तक कि हम पहली पारी में भी बल्लेबाजी में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए. मुझे लगता है कि सीरीज में अब तक हमारे बल्लेबाजी ने उम्मीद के मुताबिक नहीं चल पाई है. हमारी बल्लेबाजी में सुधार की जरूरत है. हमारी गेंदबाजी को लेकर काफी बात की जा रही है लेकिन मुझे लगता है कि हमारी बल्लेबाजी में सुधार किए जाने की जरूरत है.’ उन्होंने कहा, ‘हम सीरीज में पांचवें गेंदबाज के साथ खेल रहे हैं और यह पांचवां गेंदबाज अधिकांश समय रन बना रहा है. अगर आप हमारी बल्लेबाजी को देखो तो सातवें, आठवें और नौवें नंबर के सभी बल्लेबाज रन बना रहे हैं जबकि शीर्ष क्रम ने रन नहीं बनाए.’
हार के सटीक कारण के बारे में पूछने पर धोनी ने कहा, ‘यह पता करना मुश्किल है कि क्या गलत हुआ. कुछ खिलाड़ी खराब फॉर्म से गुजर रहे हैं. यहां आने से पहले इस समूह ने भारत के बाहर अच्छा प्रदर्शन किया था. विकेट बल्लेबाजी के लिए अच्छे हैं लेकिन हम टिककर नहीं खेल पाए.’ विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा की खराब फॉर्म के बारे में पूछने पर धोनी ने कहा कि खराब शुरुआत ने सौराष्ट्र के बल्लेबाज पर दबाव डाल दिया है.
उन्होंने कहा, ‘लगातार पुजारा को दूसरे, तीसरे या चौथे ओवर में मैदान में उतरना पड़ रहा है. उसे लग सकता है कि इससे अच्छा तो मैं पारी की शुरुआत करूं. हमारे सलामी बल्लेबाजों ने हमें अच्छी शुरुआत नहीं दी और इससे तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आ रहे पुजारा पर काफी दबाव आ रहा है. वह सहज नहीं हो पा रहा है.’ धोनी ने कोहली की खराब फॉर्म को अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी के करियर का हिस्सा बताया.