देश बदला पर भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की चुप्पी नहीं टूटी. ऐसा लगता है कि धोनी ने अपने ऊपर लगी बीसीसीआई की पाबंदी को तोड़ने से इनकार कर दिया है. उन्होंने एक बार फिर से इस मसले पर पूछे गये सवालों का जवाब नहीं दिया.
उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि कुछ खिलाड़ी अन्य की तुलना में मानसिक रूप से थोड़ा कमजोर होते हैं.
चैंपियंस ट्रॉफी से पहले संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए धोनी ने साफ किया कि वह हाल के विवादों को लेकर किसी भी सवाल का जवाब नहीं देंगे. उन्होंने हालांकि कहा कि वह सही समय पर अपनी चुप्पी जरूर तोड़ेंगे.
प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले आईसीसी के एक अधिकारी ने पत्रकारों से कहा कि बातचीत केवल चैंपियन्स ट्रॉफी तक ही सीमित होनी चाहिए. कुछ इसी तरह से मंगलवार को टीम की रवानगी से पहले संवाददाता सम्मेलन में भारतीय टीम के मीडिया मैनेजर ने भी हस्तक्षेप किया था. मुंबई में सवालों का जवाब नहीं देने के कारण मीडिया और कमेंटेटरों ने धोनी की कड़ी आलोचना की थी.
एक पत्रकार ने हालांकि धोनी से स्पॉट फिक्सिंग को लेकर सवाल कर ही दिया, इस पर उन्होंने कहा, ‘यदि मैंने भारतीय पत्रकारों को जवाब नहीं दिया तो फिर मुझे आपको जवाब देने का कोई कारण नजर नहीं आता. मैं सही समय पर बात करूंगा.’
गौरतलब है कि भारत में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में धोनी ने भी मानो खामोश रहने का मन बना लिया था. फिक्सिंग से जुड़े हर सवाल का जवाब उनकी चुप्पी होती थी. धोनी ने आज तक के सवाल का भी जवाब नहीं दिया. हालांकि एक मौका ऐसा भी आया जब विंदू दारा सिंह को निजी तौर पर जानने के सवाल पर धोनी सिर्फ मुस्कुराए.