चीन एशियन मास्टर ऐथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए भारत की सबसे उम्रदराज एथलीट को वीजा देने से इनकार कर रहा है. 101 साल की मनकौर ने मंगलवार को बताया कि वीजा न मिलने से ऐसा लग रहा है, जैसे चीन उनका मेडल ही छीन रहा है. चंडीगढ़ में रहने वाली मन कौर तब सुर्खियों में आई थीं, जब उन्होंने ऑकलैंड (न्यूजीलैंड) में आयोजित वर्ल्ड मास्टर गेम्स में 100 मीटर में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था. पंजाब की मन कौर चीन में होने वाली एशियन मास्टर ऐथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं.
उन्होंने कहा, 'जब मेरा वीजा रिजेक्ट कर दिया गया, तो मुझे बहुत बुरा लगा.' उन्होंने कहा, 'मैं जब भी इन प्रतियोगिताओं में भाग लेने गई हूं, तो विजेता बनकर ही वापस लौटी हूं. इस बार भी मैं अपनी जीत पर आश्वस्त हूं.' मन कौर ने कहा, 'मैं वीजा न मिलने से निराश नहीं हूं. मैं अपनी ट्रेनिंग जारी रखूंगी और आगे होने वाले दूसरी प्रतियोगिताओं में हिस्सा लूंगी.' बता दें कि मन कौर ने 8 साल पहले 93 साल की उम्र में एथलेटिक्स प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना शुरू किया था. इसके बाद से उन्होंने 100 मी, 200 मी, शॉट पुट और भाला फेंक प्रतियोगिताओं में कई मेडल अपने नाम किए. वह बुजुर्गों के एथलेटिक्समें हिस्सा लेती हैं.
कनाडा में रहने वाले मन कौर के 79 साल के बेटे गुरदेव सिंह ने कहा, 'उनकी मां को पहले दौड़ने का कोई अनुभव नहीं था. लेकिन 8 साल पहले उन्होंने इन खेलों को लेकर ट्रेनिंग शुरू की.' चीन से वीजा नहीं मिलने पर निराशा जताते हुए सिंह ने कहा,'हम इंग्लैंड से लेकर अमेरिका और न्यूजीलैंड तक खेलों में भाग लेने गए हैं। कभी भी हमारा वीजा कैंसल नहीं हुआ.'
Proud of 'Miracle from Chandigarh' Man Kaur. She started athletic career at 93 wid son Gurdev
Bharat Mata ki Jai!🇮🇳 pic.twitter.com/OZf6h93NRh
— Nishchhal Gaur (@NishchhalGaur) April 24, 2017