सर्वोच्च विश्व वरीयता प्राप्त सर्बिया के टेनिस स्टार नोवाक जोकोविक ने अपना दबदबा कायम रखते हुए रविवार को लगातार तीसरी बार और कुल पांचवीं बार चीन ओपन खिताब जीत लिया. जोकोविक ने बीजिंग के नेशनल टेनिस स्टेडियम में हुए फाइनल मुकाबले में चेक गणराज्य के टॉमस बर्डिख को सीधे सेटों में 6-0, 6-2 से हरा दिया.
इससे पहले महिला एकल वर्ग के फाइनल मुकाबले में चेक गणराज्य की पेत्रा क्वितोवा को हराकर रूस की शीर्ष टेनिस खिलाड़ी मारिया शारापोवा ने अपना पहला चीन ओपन खिताब जीत लिया. मौजूदा वर्ष में शारापोवा का यह चौथा डब्ल्यूटीए खिताब है और इस जीत के साथ ही वह विश्व वरीयता में दूसरे क्रम पर पहुंच गईं. मैच से पूर्व शारापोवा विश्व वरीयता में चौथे पायदान पर थीं, जबकि क्वितोवा तीसरी विश्व वरीय खिलाड़ी हैं.
शानदार फॉर्म में चल रहीं शारापोवा ने बिना एक भी सेट गंवाए फाइनल तक का सफर तय किया. विंबलडन चैम्पियन क्वितोवा ने हालांकि फाइनल मुकाबले में उन्हें कड़ी टक्कर दी. शारापोवा दो घंटे 28 मिनट तक चले संघर्षपूर्ण मुकाबले में 6-4, 2-6, 6-3 से विजेता बनकर उभरीं.
क्वितोवा ने पहला सेट हारने के बाद जबरदस्त वापसी करते हुए शारापोवा को दूसरे सेट में मात दे दी. शारापोवा ने हालांकि तीसरे और निर्णायक सेट में जीत हासिल करते हुए मैच पर कब्जा कर लिया.
पुरुष एकल वर्ग के फाइनल में हालांकि मौजूदा चैम्पियन जोकोविक को पूर्व चैम्पियन बर्डिख को हराने में ज्यादा मेहनत नहीं लगी. जोकोविक ने एक घंटा छह मिनट में में बर्डिख को हराया.
जोकोविक 2009 में पहली बार चीन ओपन चैम्पियन बनकर उभरे और उसके बाद से बीजिंग में उन्हीं की बादशाहत है. सिर्फ 2011 में चोट के कारण यहां हिस्सा नहीं ले सके और तब बर्डिख विजेता बने थे.