मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) की विश्व क्रिकेट समिति ने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच पहले टेस्ट मैच में विवादास्पद निर्णय समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) को लेकर उठे बवाल को ‘मानवीय गलती’ करार दिया और इसे सभी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों में लागू करने की अपील की.
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच नाटिंघम में खेले गये पहले टेस्ट मैच के दौरान डीआरएस काफी चर्चा में रहा था. इन दोनों टीमों को कुछ अवसरों पर इससे फायदा हुआ तो उन्हें इसका नुकसान भी उठाना पड़ा था. इंग्लैंड ने यह मैच 14 रन से जीता था. भारत शुरू से डीआरएस का विरोध करता रहा है और जिस द्विपक्षीय श्रृंखला में भारतीय टीम खेलती है उसमें इसे लागू नहीं किया जाता है.
एमसीसी ने लार्डस में दो दिवसीय बैठक के बाद बयान में कहा, ‘यह (फैसला) इस बैठक में उपस्थित विश्व क्रिकेट समिति के सभी सदस्यों का सर्वसम्मत विचार था कि निर्णय समीक्षा प्रणाली काम कर रही है और निसंदेह यह अंपायरों को मैदान पर अधिक सही फैसले करने में मदद कर रही है.’
इसमें कहा गया है, ‘समिति का इस पर एकमत थी कि ट्रेंटब्रिज में डीआरएस के गलत तरीके से उपयोग के कारण विवाद हुआ. इस प्रणाली को लेकर कोई विवाद नहीं था. मानवीय गलती खिलाड़ियों और अंपायरों के लिये खेल में हमेशा भूमिका निभाती रहेगी लेकिन डीआरएस इसे कम करने में सफल है.’
बयान के अनुसार, ‘डीआरएस के रहते हुए अधिक सही फैसले किये जा रहे हैं और समिति चाहती है कि सभी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों में इस प्रणाली को लागू किया जाना चाहिए.’