भ्रष्टाचार के आरोपों से जूझ रही राष्ट्रमंडल खेल आयोजन समिति को आज तब एक और करारा झटका लगा जब मर्चेन्डाइजिंग कंपनी प्रीमियर ब्रांड्स ने इस खेल महाकुंभ से हटने का फैसला किया.
दिल्ली खेलों के लिये बिक्री और लाइसेंस में सहयोग करने वाली कंपनी प्रीमियर ब्रांड्स ने प्रक्रिया के शुरू होने में देरी के कारण हटने का फैसला किया क्योंकि इससे हर दिन काफी नुकसान हो रहा था.
प्रीमियर ब्रांड्स के चेयरमेन सुरेश कुमार ने कहा, ‘हमने राष्ट्रमंडल खेलों से हटने का फैसला किया है क्योंकि इसमें बहुत देरी हो गयी है. हमने 19 मई को करार किया था जिसमें न्यूनतम लाभ 15 से 20 प्रतिशत की गारंटी थी जो कि सात करोड़ रुपये के आसपास बैठता है.’
उन्होंने कहा, ‘लेकिन इसमें लगभग तीन महीने की देरी हो गयी है और यदि हम 15 से 20 प्रतिशत के लाभ के बारे में सोचते हैं तो यह लगभग तीन करोड़ रुपये के लगभग होगा जबकि मैं 13 करोड़ रूपये निवेश कर रहा हूं. मैं इतना नुकसान नहीं उठा सकता.’
पहले इस प्रोजेक्ट की शुरुआत 24 जून को होनी थी . इसमें बिक्री होने वाले उत्पादों के लिये वेबसाइट, खेल स्थलों, शापिंग माल, मेट्रो स्टेशन और हवाई अड्डे पर दुकानें खोलना शामिल था.