यूईएफए प्रमुख माइकल प्लातिनी ने घोषणा की है कि वह फुटबाल की वर्ल्ड गवर्निंग बॉडी फीफा के अध्यक्ष पद के लिए चुनौती पेश करेंगे. हालांकि प्लातिनी की इस घोषणा के बाद उनके एक संभावित प्रतिद्वंद्वी ने उनकी कड़ी आलोचना की.
प्रिंस अली ने की आलोचना
प्लातिनी की इस घोषणा के साथ ही हफ्तों से चल रही इन अटकलों पर विराम लग गया कि सैप ब्लॉटर का उत्तराधिकारी चुनने के लिए होने वाले चुनाव में फ्रांस का यह 60 वर्षीय पूर्व खिलाड़ी दावेदारी पेश करेगा या नहीं. हालांकि बीती मई में हुए फीफा के पिछले चुनाव में ब्लाटर के खिलाफ शिकस्त झेलने वाले प्रिंस अली बिन अल हुसैन ने प्लातिनी की इस घोषणा के कुछ देर बाद ही उन पर निशाना साधते हुए कहा कि यह फुटबाल के लिए अच्छा नहीं है. जोर्डन के प्रिंस ने मजबूत उम्मीदवार माने जाने वाले प्लातिनी के संदर्भ में कहा, 'प्लातिनी फीफा के लिए अच्छा नहीं है. फुटबॉल प्रशंसक और खिलाड़ी बेहतर के हकदार हैं.' उन्होंने आगे कहा, 'फीफा स्कैंडल में उलझा हुआ है. हमें सामान्य काम बंद करना होगा. पर्दे के पीछे और टेबल के नीचे के समझौते खत्म होने चाहिए. यह स्पष्ट है कि फीफा को नए, स्वतंत्र नेतृत्व की जरूरत है जिस पर अतीत के कामों का दाग नहीं हो.'
फुटबॉल के लिए बिना थके करेंगे काम
इससे पहले प्लातिनी ने फीफा के 209 सदस्य देशों के अध्यक्षों और महासचिवों को पत्र लिखकर आधिकारिक तौर पर अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की. प्लातिनी ने इस पत्र में कहा है, 'यह काफी निजी और सतर्कता से विचार विमर्श के साथ लिया गया फैसला है जिसमें मैंने फुटबाल के भविष्य के साथ अपने भविष्य पर भी गौर किया. आप में से कई लोगों के समर्थन और उत्साहवर्धन से भी मेरा मार्गदर्शन हुआ.' इसके साथ ही प्लातिनी ने वादा किया कि वह फुटबाल के हितों के लिए बिना थके काम करेंगे.
इनपुट: भाषा