सीरीज में वापसी को बेताब ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के मुख्य कोच मिकी आर्थर ने बुधवार को कहा कि वह अंतिम एकादश में बदलाव पर विचार कर सकते हैं. हालांकि उन्होंने खराब फॉर्म से जूझ रहे शेन वाटसन का बचाव भी किया.
लगातार दो टेस्ट हारने के बाद ऑस्ट्रेलिया को गावस्कर-बॉर्डर ट्रॉफी बरकरार रखने के लिये आखिरी दो मैच हर हालत में जीतने होंगे. आर्थर ने मोहाली में 14 मार्च से शुरू हो रहे तीसरे टेस्ट के लिये टीम संयोजन के बारे में पूछने पर कहा, ‘अगर मैं कहूं कि मैं बदलाव के बारे में नहीं सोच रहा तो यह गलत होगा. हमें पूरी स्थिति का फिर से आकलन करना होगा. हमें सीरीज में बने रहने और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीतने के लिये दोनों टेस्ट जीतने होंगे. हम सर्वश्रेष्ठ टीम उतारेंगे और इसके लिये कुछ बदलाव करने पड़े तो करेंगे.’
कोच ने कहा कि हार के बावजूद टीम का मनोबल गिरा नहीं है. उन्होंने कहा, ‘हमने एक टीम के रूप में काफी कोशिश की. टीम का मनोबल गिरा नहीं है. हमने कल (मंगलवार) रात आत्ममंथन किया और आगे के मैचों में अच्छा प्रदर्शन करेंगे.’
उन्होंने खराब फार्म से जूझ रहे शेन वाटसन का बचाव किया जो चार पारियों में कोई कमाल नहीं कर सके हैं. आर्थर ने कहा, ‘उसे अपनी जिम्मेदारियों का अहसास है. जब वह गेंदबाजी कर रहा था तब हमारा नंबर एक हरफनमौला था और अभी भी शीर्ष छह बल्लेबाजों में है. उसने अच्छा खेला है लेकिन सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पा रहा है. उसे इसका इल्म है और हमें उससे बड़ी पारी का इंतजार है.’
शेन वार्न ने चेन्नई टेस्ट के बाद स्पिनरों से बात की थी और उन्हें बताया था कि उनका गेंदबाजी औसत यहां 45 का है. आर्थर से जब पूछा गया कि क्या यह टिप्पणी गेंदबाजों के लिये मनोबल गिराने वाली रही तो उन्होंन नकारात्मक जवाब दिया.
आर्थर ने कहा, ‘शेन (वार्न) ने हमें कुछ अच्छी सूचना दी, जो शानदार थी. निश्चित रूप से यह महत्वपूर्ण रही और इससे हमारे दिमाग पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ा. मैथ्यू हेडन के बारे में, उसने निश्चित रूप से बल्लेबाजों को सलाह दी.’
आर्थर को लगता है कि नौ दिन का ब्रेक गेंदबाजों की मदद करेगा और वे तरोताजा होकर वापसी करेंगे. उन्होंने कहा, ‘हम कल (गुरुवार) यात्रा करेंगे और फिर दो दिन का ब्रेक लेंगे तथा फिर रविवार को दोबारा ट्रेनिंग करेंगे. इन दो दिन के आराम से हमें सोचने का मौका मिलेगा कि हम इस ट्रॉफी को बरकरार कैसे रख सकेंगे.’