इंग्लैंड के क्रिकेटर मोईन अली ने मुसलमानों से अपील की है कि वो इराक और सीरिया में वहां की सरकारों से लड़ रहे इस्लामिक स्टेट या अन्य आतंकी गुट में शामिल न हों. मोईन आईएस जैसे गुटों का समर्थन नहीं करते हैं जिन्होंने हाल में बंधक बनाए गए तीन नागरिकों का सिर कलम कर दिया.
मोईन अली ने इस घटना पर 'हफिंगटन पोस्ट' वेबसाइट से बातचीत में कहा, 'इस्लाम ऐसी घटनाओं की निंदा करता है. मैं ब्रिटेन में रहने वाले मुसलमानों से अपील करता हूं कि वो इस्लामिक स्टेट जैसे आतंकी संगठन ज्वाइन न करें.'
ब्रिटिश सरकार का अनुमान है कि करीब 500 ब्रिटिश मुसलमान हाल के दिनों में सीरिया और इराक चले गए हैं और आईएस या ऐसे अन्य आतंकी गुटों में शामिल हो गए हैं.
अली ने कहा, 'यह दुखद है. हमें मुसलमानों की तरह धीरज रखना चाहिए. हालांकि, इसका मतलब यह नहीं कि हम चुपचाप बैठे रहें. हमें मुसलमानों की तरह मजबूत बनना होगा. दुआ पर ध्यान केंद्रित करना होगा और पैगम्बर मुहम्मद के बताए रास्ते पर चलना चाहिए. एक मुसलमान के तौर पर हमारे पास सबसे बड़ी ताकत दुआ है.'
मोईन अली पिछले दिनों भारत और इंग्लैंड के बीच साउथम्पटन में खेले गए तीसरे टेस्ट में बल्लेबाजी के दौरान एक रिस्ट बैंड पहने हुए दिखाई दिए, जिस पर लिखा था 'सेव गाजा, फ्री फिलिस्तीन' (गाजा को बचाओ और फिलीस्तीन को मुक्त करो).