उत्तर प्रदेश के छोटे से शहर अमरोहा से आने वाला यह तेज गेंदबाज पिछले तीन मैचों से टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम में बैठा अपनी बारी का इंतजार कर रहा था. ईशांत शर्मा की घटिया गेंदबाजी के बाद रांची वनडे में उसे मौका मिला और उसने कंगारुओं के टॉप ऑर्डर की बखिया उधेड़ दी.
140 की रफ्तार से गेंद फेंक रहे हैं शमी
मोहम्मद शमी अहमद अब तक 7 ओवर में 3 खतरनाक कंगारू बल्लेबाजों को पवेलियन भेज चुके हैं. पारी के दूसरे ओवर की 5वीं गेंद 140 किमी/घंटा की रफ्तार से सलामी बल्लेबाज आरोन फिंच के किल्ले उड़ा ले गई. शमी ने फिर अपना कहर बरपाया पारी के छठे ओवर में. जब लगभग इसी रफ्तार की गेंद फॉर्म में चल रहे फिलिप ह्यूज के बल्ले को छूकर पीछे निकली, जिसे धोनी ने अपने महफूज दस्तानों में कैद कर लिया.
वॉटसन को बोल्ड मारा और फिलिप ह्यूज को धोनी के हाथों विकेट के पीछे लपकवा दिया. अब ऑस्ट्रेलियाई पारी का दारोमदार शेन वॉटसन पर था. लेकिन सातवें ओवर की आखिरी गेंद पर 23 साल के शमी ने उनके भी डंडे उड़ा दिए.
पहले ही मैच में फेंके थे 4 मेडन
शमी अब तक 11 वन डे मैचों में 10 विकेट ले चुके हैं. फर्स्ट क्लास मैचों में उनका प्रदर्शन शानदार रहा है. 18 फर्स्ट क्लास मैचों में करीब 27 के औसत से उन्होंने 71 विकेट लिए हैं.
शमी बंगाल की ओर से खेलते हैं. उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ अपने पहले ही मैच में 4 मेडन ओवर फेंककर अपने इरादे जता दिए थे. भारत के लिए तेज गेंदबाजों के संकट के इस दौर में वह उम्मीद की किरण हो सकते हैं.