कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी की निजी जिंदगी कैसी है? क्रिकेट मैदान से दूर उनका दिन कैसे बीतता है? धोनी पिता कब बनेंगे? ऐसे ही कई सवाल हमारे और आपके मन में अक्सर आते हैं, जिनका जवाब अब तक नहीं मिला था. लेकिन धोनी ने पहली बार अपनी निजी जिंदगी पर दिल खोलकर बोला है.
इंग्लैंड की वेबसाइट alloutcricket.com को दिए इंटरव्यू में उन्होंने पत्नी साक्षी, आर्मी से प्रेम और परिवार जैसे अन्य निजी मुद्दों पर बड़ी बेबाकी से अपना पक्ष रखा है. पेश हैं इंटरव्यू के मुख्य अंश...
1. मेरे लिए पत्नी तीसरे नंबर पर
धोनी कहते हैं, 'मैं अक्सर साक्षी से कहता हूं कि मेरी जिंदगी में देश और मेरे माता-पिता के बाद वह तीसरे नंबर पर आती है. मैं एक क्रिकेटर हूं इसलिए मुझे इस खेल को अहमियत देना होगा.'
2. परिवार के लिए हम प्रैक्टिस कर रहे हैं
क्या अपना परिवार आगे बढ़ाएंगे? इस पर धोनी ने कहा, 'उम्मीद करता हूं! हम प्रैक्टिस कर रहे हैं! अपने बच्चों से चाहूंगा कि वह खेले-कूदें, पर अनुशासन का भी ख्याल रखें. अगर वह खेल में करियर बनाना चाहते हैं तो मुझे कोई ऐतराज नहीं.'
3. आर्मी ज्वाइन करना मेरे लिए सबसे अहम
धोनी कहते हैं, 'सभी कहते हैं कि भारत के लिए वनडे वर्ल्ड कप जीतना मेरी जिंदगी का सबसे खुशी वाला पल था. पर निजी तौर पर मैं ऐसा नहीं मानता. जिस दिन मैंने सेना का रैंक पाया, वह मेरे लिए सबसे खुशी का पल था.'
4. साक्षी को मछली खाना पसंद पर मुझे नहीं
पसंद-नापसंद पर धोनी ने कहा, 'मेरे पत्नी चाहती है कि मैं मछली खाऊं. वह दलील देती है कि यह बहुत लजीज होता है. पर मुझ बिल्कुल पसंद नही.
5. पिताजी ने परीक्षा से 24 घंटे पहले कहा, जाओ खेलो
पिताजी के अनुशासन का जिक्र करते हुए धोनी ने कहा, 'बचपन में मां के बेहद करीब था. लेकिन जब 12वीं क्लास में पहुंचा तब मुझे पिताजी की अनुशासन वाली सीख समझ में आई. परीक्षा होने वाली थी इसलिए मेरा पढ़ना जरूरी था. परीक्षा के एक दिन पहले मेरा एक बड़ा मैच था. मैंने अपने पिताजी से पूछा कि क्या करूं. इस पर उन्होंने मुझसे सवाल किया कि क्या परीक्षा की तैयारी हो गई है. मैंने हामी भर दी. तब उन्होंने कहा कि परीक्षा से सिर्फ 24 घंटे पहले या तो आप इसके लिए तैयार होते हैं या फिर नहीं. जाओ और खेलो. खेल को एन्जॉय करो. अब तुम पढ़ाई में इससे ज्यादा कुछ नहीं कर सकते.'
6. बारिश नहीं हुई तो क्रिकेट, वरना फुटबॉल
अपने खेल प्रेम पर धोनी ने कहा, 'हम जब बच्चे थे तब हमारा खेल मौसम पर निर्भर था. जब धूप खिली होती थी तब हम क्रिकेट खेलते या फिर फुटबॉल. मैं गोलकीपर था हालांकि बड़े मैच में आगे खेलता था क्योंकि दौड़ना चाहता था. जब बारिश होती तो टेबल टेनिस या फिर बैडमिंटन खेलता. मुझे प्रतिस्पर्धा पसंद थी. अगर नहीं पसंद होती तो आज खेलता नहीं.'
7. 70 और 80 के दशक के गाने हैं पसंद
धोनी को 70 और 80 के दशक के गाने ज्यादा पसंद हैं क्योंकि उनका अर्थ होता था. उन गानों में ज्यादा भाव होते और देशभक्ति से भरा हुआ. उन्हें राग भी पसंद हैं.
8. साक्षी बेहद ही प्यारी और प्रेरणादायक
प्रेरणा कहां से मिलती है? इस सवाल पर धोनी ने कहा, 'शायद साक्षी मेरे लाइफ में वो स्पार्क लाती हैं जिसकी मुझे कभी-कभी जरूरत पड़ती है. मैं अक्सर उससे सलाह लेता हूं. साक्षी बेहद ही प्यारी और प्रेरणादायक है. कभी-कभार वह मेरे साथ टूर पर भी जाती है. पर उसके बिना क्रिकेट पर ध्यान लगाना ज्यादा आसान होता है.'
9. अब लंबे बाल नहीं
माही ने इस इंटरव्यू में साफ कर दिया कि अब वह कभी लंबे बाल नहीं रखेंगे.
10. रिटायरमेंट के बाद खोलूंगा क्रिकेट अकादमी
धोनी ने कहा, 'रिटायरमेंट के बाद सेना के अलावा मैं क्रिकेट अकादमी खोलूंगा. ताकि युवाओं को मदद मिल सके. उन्हें भी कुछ करने का अवसर मिले.'
11. कभी अकेला नहीं रहता
क्या आप कभी अकेले रहते हैं. इस पर धोनी ने कहा, 'मेरा दरवाजा हमेशा खुला रहता है. हां अगर साक्षी शहर में है तो कभी-कभार बंद रहता है. वाकई में, मैं अपने कमरे का दरवाजा हमेशा खुला रखता है. कोई न कोई आता ही रहता है. मैं कभी अकेला नहीं रहता.'
12. मुझे अच्छी नींद आती
क्या कभी आपको रात में नींद नहीं आती, इस पर धोनी ने कहा, 'मुझे अच्छी नींद आती है. बड़े क्रिकेट मैच से तो पहले कभी रात भर नहीं जागता. हां अगर अगले दिन मुझे शूटिंग पर जाना है तो कभी-कभार जोश में एक-दो बार करवटें बदल लेता हूं.'
13. शराब का स्वाद कड़वा इसलिए नहीं पीता
धोनी ने कहा, 'मुझे शराब का स्वाद कड़वा लगता है इसलिए मैं नहीं पीता. लेकिन मुझे पता है कि कुछ लोगों को यह बेहद पसंद है. मैं सबसे ज्यादा ध्यान इस बात पर देता
हूं कि कोई शख्स अपनी जिंदगी को कैसे जीता है. वह कौन सा रास्ता चुनता है. वो किस तरह से अपना सर्वश्रेष्ठ देते हैं.'
14. साक्षी अक्सर पूछती है कि वह दूसरे नंबर पर कब आएगी?
धोनी ने कहा, 'एक दिन हम लोग जिंदगी को एक ही नजरिए से देखेंगे. उसका मुझसे यही सवाल रहता है कि क्या तब वह मेरी प्रायरिटी लिस्ट में दूसरे नंबर पर आ सकती है. फिलहाल मुझे क्रिकेट में अपने देश का प्रतिनिधत्व करने का सौभाग्य मिला है और मैं इसे निभाना चाहता हूं.'
15. जब तक समर्थ तब तक खेलता रहूंगा
धोनी ने कहा, 'क्रिकेट सब कुछ नहीं है. लेकिन मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा हिस्सा तो है ही. इसलिए मैं क्रिकेट के हर फॉर्मेट पर ध्यान लगाना चाहता हूं. जब तक समर्थ रहा तब तक खेलना चाहूंगा. इसके बाद मैं आर्मी पर ध्यान लगाऊंगा.'