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टी-20 वर्ल्ड कप: LED स्टंप बनाने वाले ने कहा, टूर्नामेंट जीतने पर धोनी को दे सकते हैं यह तोहफा

बांग्लादेश में चल रहे टी-20 वर्ल्ड कप में दर्शकों को एक अलग चीज देखने को मिल रही है. टूर्नामेंट के दौरान मैच जीतने की खुशी में खिलाड़ी स्टंप्स अपने साथ नहीं ले जा पा रहे हैं. वजह, ये स्टंप्स काफी महंगे हैं.

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महेंद्र सिंह धोनी (फाइल फोटो)
महेंद्र सिंह धोनी (फाइल फोटो)

बांग्लादेश में चल रहे टी-20 वर्ल्ड कप में दर्शकों को एक अलग चीज देखने को मिल रही है. टूर्नामेंट के दौरान मैच जीतने की खुशी में खिलाड़ी स्टंप्स अपने साथ नहीं ले जा पा रहे हैं. वजह, ये स्टंप्स काफी महंगे हैं. इस खास स्टंप को तैयार करने वाले ब्रोंटे एकरमैन ने इसका पेटेंट करा रखा है. वे किसी को स्टंप्स नहीं देते. हालांकि, उन्होंने कहा है कि अगर भारत वर्ल्ड कप जीतता है तो वे महेंद्र सिंह धोनी को ये स्टंप्स दे सकते हैं.

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वैसे भी, टीम इंडिया के कप्तान को जीत की यादगार के तौर स्टंप घर लाने का शौक है. वहीं, एकरमैन धोनी से खासे प्रभावित हैं. शायद, इसलिए उन्होंने कहा कि धोनी का शौक पूरा हो सकता है, बशर्ते वे वर्ल्ड कप जिताएं.

ऑस्ट्रेलिया की कंपनी ने ये स्टंप बनाए हैं जिनकी कीमत प्रति स्टंप 24.18 लाख रुपये है. इनके ऊपर लगी हर गिल्ली करीब 45 हजार रुपये की है यानी आईफोन जितनी महंगी. इनकी खासियत यह है कि गेंद जैसे ही स्टंप्स से टकराती है, गिल्लियों पर एलईडी लाइट चमकने लगती है. इस तकनीक का नाम है एलईडी जिंग.

क्यों जलते हैं ये स्टंप?

ये स्टंप्स मिक्स्ड प्लास्टिक से बने हैं और इसमें लगे सेंसर एक माइक्रो प्रोसेसर से जुड़े हैं. एकरमैन कहते हैं कि उन्हें हर मैच में 40,000 डॉलर कीमत की पेटेंटेड तकनीक का इस्तेमाल करना होता है. यह कीमत बहुत अधिक है. इसलिए मैच की समाप्ति पर स्टंप्स और गिल्लियों को ले जाने की इजाजत खिलाडियों को नहीं दे सकते. ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब एलईडी जिंग तकनीक का इस्तेमाल क्रिकेट में हुआ हो. ऑस्ट्रेलिया में आयोजित होने वाली बिग बैश टी-20 लीग में भी ऐसे स्टंप्स का इस्तेमाल होता रहा है.

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