इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) फिक्सिंग एवं सट्टेबाजी मामलों की जांच के लिए गठित मुद्गल समिति ने रविवार को न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मुकुल मुद्गल की अध्यक्षता में पहली बैठक की. जांच समिति ने बैठक में जांच की प्रक्रिया और स्वरूप पर विचार विमर्श किया.
तीन सदस्यीय समिति हालांकि सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार जांच में सहयोग प्राप्त करने के लिए किसी पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी के नाम का निर्णय नहीं कर सकी.
न्यायमूर्ति मुद्गल के अलावा समिति में अतिरिक्त महाधिवक्ता एल. नागेश्वर राव और पूर्व वरिष्ठ वकील निलॉय दत्ता शामिल हैं. समिति को सर्वोच्च न्यायालय में अगस्त में अपनी रिपोर्ट सौंपनी है.
न्यायमूर्ति मुद्गल ने कहा, 'हम एक पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी के नाम पर अंतिम निर्णय पर नहीं पहुंच सके. इसमें अभी कुछ समय लगेगा.' भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को इस समिति में शामिल होने वाला संभावित खिलाड़ी माना जा रहा है.
समिति के सचिव विदुष्पत सिंघानिया ने कहा कि समिति ने जांच की प्रक्रिया और स्वरूप पर विचार विमर्श किया. उन्होंने बताया, 'नई दिल्ली में न्यायमूर्ति मुद्गल के कार्यालय में रविवार को समिति ने अपनी पहली बैठक की.'
समिति के पास गिरफ्तार करने के अलावा किसी भी व्यक्ति से पूछताछ करने और बयान लेने का पूरा अधिकार है.