टी20 लीग के छठे संस्करण का फाइनल मुकाबला मुम्बई और दो बार की चैम्पियन चेन्नई के बीच खेला जाएगा. मुम्बई ने शुक्रवार को ईडन गार्डन्स स्टेडियम में राजस्थान को हराकर फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है. चेन्नई ने 21 मई को दिल्ली में मुम्बई को हराकर फाइनल में जगह पक्की की थी.
ईडन में अंतिम ओवर तक खिंचे दूसरे क्वालीफायर मुकाबले में मुम्बई ने राजस्थान को चार विकेट से हराया. राजस्थान का दूसरी बार खिताबी मुकाबले में खेलने का सपना टूट गया. मुम्बई की टीम 26 मई को इसी मैदान पर दो बार की चैम्पियन चेन्नई से भिड़ेगी. चेन्नई लगातार चौथी और कुल पांचवीं बार फाइनल में पहुंचे हैं. 2010 में सुपर किंग्स ने मुम्बई को फाइनल में हराया था और इसके अलावा 21 मई को दिल्ली में खेले गए पहले क्वालीफायर में भी पराजित किया था. अब मुम्बई के पास इन दोनों मौकों का हिसाब चुकाने का मौका है.
बहरहाल, राजस्थान द्वारा दिए गए 166 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुम्बई की टीम ने अपने सलामी बल्लेबाज ड्वेन स्मिथ (62) की शानदार पारी की बदौलत 19.5 ओवरों में छह विकेट खोकर जीत हासिल कर ली. स्मिथ के अलावा आदित्य तारे ने 35 और दिनेश कार्तिक ने 22 रनों का योगदान दिया. तारे ने 27 गेंदों पर तीन चौके और दो छक्के लगाए, जबकि कार्तिक ने 17 गेंदों पर तीन चौके लगाए. तीन विकेट लेने के बाद चौका लगाकर मुम्बई को जीत दिलाने वाले हरभजन सिंह को मैन ऑफ द मैच चुना गया.
स्मिथ और तारे (35) ने पहले विकेट के लिए 55 गेंदों पर 70 रन जोड़े. इसके बाद कार्तिक और स्मिथ ने दूसरे विकेट के लिए 30 गेंदों पर 55 रन जोड़े. इसी दौरान स्मिथ ने आईपीएल के इस संस्करण में अपना चौथा और लगातार दूसरा अर्धशतक पूरा किया. कार्तिक का विकेट 125 रनों के कुल योग पर गिरा. इसके बाद सिद्धार्थ त्रिवेदी ने कप्तान रोहित शर्मा (2) को सस्ते में आउट करके अपनी टीम को तीसरी सफलता दिलाई. स्मिथ एक शानदार पारी खेलने के बाद स्टुअर्ट बिन्नी की गेंद को फ्लिक करके छक्का उड़ाने के प्रयास में सीमा रेखा पर सैमसन के हाथों लपके गए. यह विकेट 132 रनों के कुल योग पर गिरा. मुम्बई को स्मिथ के रूप में बड़ा झटका लगा. स्मिथ ने 44 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए.
कीरन पोलार्ड (11) अहम मुकाम पर दबाव नहीं झेल सके और जेम्स फॉल्कनर की गेंद पर सीमा रेखा पर कूपर को कैच थमा बैठे. फॉल्कनर ने अपने उस ओवर में तीन रन दिए. अंतिम 12 गेंदों पर मुम्बई को जीत के लिए 23 रनों की जरूरत थी. विकेट पर अंबाती रायडू (17) और हरभजन (नाबाद 6) थे. रायडू ने कूपर द्वारा फेंके गए 19वे ओवर में 15 रन लेकर अपनी टीम का काम आसान कर दिया. इस ओवर में एक छक्का और एक चौका लगा. इस तरह अंतिम ओवर में मुम्बई को जीत के लिए आठ रन बनाने की चुनौती मिली. शेन वॉटसन द्वारा फेंके गए इस ओवर की पहली गेंद पर दो रन बने, लेकिन दूसरी गेंद पर रायडू बोल्ड हो गए. रायडू ने 11 गेंदों पर एक चौका और एक छक्का लगाया. तीसरी गेंद पर रिषी धवन ने बड़ी चालाकी से चौका लगाया और फिर चौथी गेंद पर लेग बाई के रूप में एक रन चुराया. स्कोर बराबर हो चुका था. स्ट्राइकर पर हरभजन थे और जीत के लिए दो गेंदों पर एक रन चाहिए था. हरभजन ने इसकी परवाह न करते हुए चौका लगाकर अपनी टीम को फाइनल में पहुंचा दिया.
इससे पहले, टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए राजस्थान रॉयल्स ने कप्तान राहुल द्रविड़ (43) और दिशांत याज्ञनिक (नाबाद 31) की उम्दा पारियों की मदद से निर्धारित 20 ओवरों में 6 विकेट पर 165 रन बनाए. द्रविड़ ने 37 गेंदों की पारी में 7 चौके लगाए. हरभजन (23/3) और पोलार्ड (6/2) की धारदार गेंदबाजी के बावजूद राजस्थान ने सम्मानजनक स्कोर हासिल किया. याज्ञनिक ने 17 गेंदों पर 5 चौकों की मदद टीम को 150 के पार पहुंचाया. इसके अलावा अजिंक्य रहाणे (21) और बिन्नी (27) की भी अहम भूमिका रही. राजस्थान को दूसरे क्वालीफायर में पहुंचाने वाले ब्रैड हॉज ने भी नाबाद 19 रनों का योगदान दिया. बिन्नी ने 17 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का लगाया, जबकि हॉज ने 20 गेंदों पर दो चौके लगाए.
राजस्थान ने शुरुआत तो अच्छी की थी. द्रविड़ और रहाणे पहले विकेट के लिए 44 रन जोड़े, लेकिन इसके बाद 60 के कुल योग पर शेन वॉटसन (6), 64 के योग पर सैमसन (0) और फिर 87 के योग पर द्रविड़ का विकेट गिरने के कारण 2008 की चैम्पियन यह टीम दबाव में आती दिखी. हॉज और याज्ञनिक ने 27 गेंदों पर नाबाद 57 रन जोड़े. यह राजस्थान के लिए सबसे बड़ी साझेदारी साबित हुई.