एम.ए. चिदम्बरम स्टेडियम में वैसे तो चेन्नई और मुंबई के बीच टी-20 लीग के छठे संस्करण का पांचवां मुकाबला शुरू हुआ था, लेकिन अंत के एक घंटे तक यह मुकाबला मुंबई बनाम महेंद्र सिंह धोनी बनकर रह गया. धोनी ने मुंबई की जमकर परीक्षा ली, लेकिन वह अपनी टीम को घरेलू मैदान पर हार से नहीं बचा सके.
मुनाफ पटेल की गेंद पर कीरन पोलार्ड के हाथों 137 रनों के कुल योग पर धोनी के आउट होने के साथ चेन्नई 149 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए यह मैच नौ रनों से हार गई. धोनी ने 26 गेंदों पर पांच चौकों और तीन छक्कों की मदद से 51 रन बनाए. अपने बूते धोनी चेन्नई को जीत की स्थिति में लेकर आए थे लेकिन इस दफा सौभाग्य उनके साथ नहीं था.
पारी के अंतिम ओवर में चेन्नई को जीत के लिए 12 रनों की जरूरत थी. स्ट्राइक पर धोनी थे. वह अपनी टीम के लिए यह काम कर सकते थे. गेंद मुनाफ के हाथों में थी. मुनाफ ने सीधी गेंद फेंकी, जिसे धोनी ने सीमा रेखा की ओर उछाल किया लेकिन वह लम्बे कद के पोलार्ड ने गेंद को बेहतरीन तरीके से लपक लिया. यह हैरतअंगेज कैच चेन्नई की हार का कारण बना.
इस तरह बीते साल का फाइनल खेलने वाली दो बार की चैम्पियन चेन्नई को छठे संस्करण के पहले ही मैच में हार मिली जबकि अपने पहले मैच में दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से बैंगलोर के हाथों हारने वाली रिकी पोंटिंग की मुंबई ने जीत का खाता खोला.
चेन्नई की शुरुआत खराब रही थी. सलामी बल्लेबाज मुरली विजय (5) को मुनाफ ने 10 रन के कुल योग पर बोल्ड कर दिया. मुनाफ ने अच्छी लय में चल रहे मुरली को आउट करके अपनी टीम को बड़ी सफलता दिलाई. इसके बाद मिशेन जानसन ने सोची-समझी रणनीति के तहत सुरेश रैना (10) को अपने झांसे में ले लिया. रैना ने सात गेंदों पर एक चौका लगाया.
रोहित शर्मा ने पारी की शुरुआत में हसी को स्लिप में जीवनदान दिया था. यह कैच मुंबई को महंगा पड़ सकता था लेकिन हरभजन ने 42 रन के कुल योग पर हसी को बोल्ड करके रोहित को राहत दी. हसी ने 23 गेदों पर तीन चौके लगाए.
ब्रावो 11वें ओवर की दूसरी गेंद पर (10) प्रज्ञान ओझा द्वारा बोल्ड कर दिए गए जबकि एस. बद्रीनाथ (16) को ओझा ने पगबाधा आउट किया. ओझा ने ये विकेट क्रमश: 58 और 66 रनों के कुल योग पर लिए.
अब चेन्नई वाकई मुश्किल में थे. बद्रीनाथ की विदाई के विदाई के बाद अब टीम की नैया पार लगाने की जिम्मेदारी कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पर आ गई. दूसरे छोर पर रवींद्र जडेजा उनका साथ दे रहे थे.
दोनों ने छठे विकेट के लिए चार चौकों और एक छक्के की मदद से 19 गेंदों पर 31 रन जोड़कर स्थिति सुधारने की कोशिश की लेकिन मुनाफ ने 17 रन के निजी योग पर जडेजा को बोल्ड करके अपनी टीम को रणनीतिक सफलता दिलाई. जडेजा का विकेट 97 रन के कुल योग पर गिरा.
चेन्नई के सबसे महंगे खिलाड़ी ने 11 गेंदों पर एक चौका और एक छक्का लगाया. इसके बाद 108 रनों के कुल योग पर रविचंद्रन अश्विन (2) ने हरभजन की गेंद को मिडऑन के ऊपर से मारने की कोशिश की लेकिन वह पोलार्ड के हाथों लपके गए.
बेन लॉफलिन (0) को पोलार्ड ने खाता नहीं खोलने दिया लेकिन उनके उस ओवर में धोनी ने 17 रन बटोरे. इस ओवर के साथ चेन्नई जीत की स्थिति में पहुंच चुका था.
पारी का 19वां ओवर लेकर मिशेल जानसन आए. जानसन ने इस ओवर में दो वाइड फेंके और धोनी ने इस ओवर में नौ रन लिए. इस ओवर में कुल 11 रन बने. इस तरह चेन्नई को अंतिम ओवर में जीत के लिए 12 रन बनाने थे.
इससे पहले, कीरन पोलार्ड (नाबाद 51) के तूफानी अर्धशतक की बदौलत मुंबई ने 20 ओवरों में छह विकेट पर 148 रन बनाए. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी मुंबई की शुरुआत बेहद खराब रही.
सलामी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (0) तीन रन के कुल योग पर पवेलियन लौट गए. उन्हें डिर्क नैन्स ने पगबाधा आउट किया. कप्तान रिकी पोंटिंग (6) भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके तथा 17 रन के कुल योग पर रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर अंकित राजपूत को कैच थमा बैठे.
इसके बाद रोहित शर्मा और दिनेश कार्तिक ने तीसरे विकेट के लिए 17 गेंद पर 24 रन जोड़े. 35 रनों के कुल योग पर जब कार्तिक 12 रनों के निजी स्कोर पर खेल रहे थे तो सुरेश रैना ने उनका कैच छोड़ दिया, जिसके अगली ही गेंद पर उन्होंने छक्का जड़ा.
मुंबई को 41 रनों के कुल योग पर एक और करारा झटका लगा. रोहित शर्मा केवल आठ रन बनाकर पवेलियन लौट गए. उनको धोनी ने विकेट के पीछे लपका.
पावर प्ले में मुंबई की टीम ने अपने अहम तीन विकेट खोए और केवल 41 रन ही बना सकी. चौथे विकेट के लिए कार्तिक और अंबाती रायडू ने 18 रन जोड़े. एक छोर पर अच्छी बल्लेबाजी कर रहे कार्तिक 59 रनों के कुल योग पर 37 रन बनाकर आउट हो गए.
कार्तिक ने 25 गेंदों का सामना करते हुए चार चौके और एक छक्का जड़ा. मुंबई का पांचवा विकेट भी मात्र 16 रनों के इजाफे के बाद रायडू (7) के रूप में गिर गया. रायडू को बेन लॉफालिन ने नैन्स की गेंद पर लपक लिया. इसके बाद ड्वेन स्मिथ (3) भी अश्विन की गेंद पर ड्वेन ब्रावो को कैच थमाकर चलते बने.
छठे विकेट की साझेदारी में खड़ी पोलार्ड और हरभजन सिंह (21) की जोड़ी ने मुंबई टीम के कुल योग में सर्वाधिक 65 रनों का इजाफा किया. पोलार्ड ने जहां अपनी अर्धशतकीय पारी में 38 गेंदों का सामना करते हुए चार चौके तथा पांच छक्का जड़ा वहीं हरभजन ने भी 21 गेंदों में एक चौका और एक छक्का ठोका.
मुंबई की इस जोड़ी ने 48 गेंदों में 65 रन ठोंककर टीम का कुल योग 20 ओवर में छह विकेट पर 148 रन पहुंचा दिया. चेन्नई की ओर से ब्रावो ने दो विकेट लिए जबकि अश्विन, नैन्स, राजपूत और लॉफलिन को एक-एक सफलता मिली.