स्टीफन माइबर्ग की तूफानी शुरुआत के बाद टॉम कूपर ने भी छक्कों की जबर्दस्त झड़ी लगायी जिससे नीदरलैंड ने आयरलैंड के पहाड़ जैसे लक्ष्य को केवल 13.5 ओवर में पार करके छह विकेट की जीत से आईसीसी विश्व टी20 चैंपियनशिप के सुपर टेन में जगह बनायी.
नीदरलैंड की यह जीत वास्तव में हैरतअंगेज थी क्योंकि आयरलैंड ने पहले बल्लेबाजी का न्यौता मिलने पर एंडी पोइनटर (57) के अर्द्धशतक तथा कप्तान विलियम पोर्टरफील्ड (47), केविन ओ ब्रायन (नाबाद 42) और एड जोएस (28) की उपयोगी पारियों से चार विकेट पर 189 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया था.
नीदरलैंड को सुपर टेन में पहुंचने के लिये 14.2 ओवर में जीत दर्ज करनी थी जो नामुमकिन सी लग रहा थी लेकिन माइबर्ग (23 गेंद पर 65), टॉम कूपर (15 गेंद पर 45), वेस्ले वारासी (22 गेंद पर नाबाद 40) और कप्तान पीटर बोरेन (15 गेंद पर 31 रन) ने असंभव को संभव बना दिया. नीदरलैंड ने तीन गेंद पहले ही चार विकेट पर 193 रन ठोक दिये. मैच में जमकर छक्कों की बरसात हुई. नीदरलैंड की तरफ से 19 छक्के लगे जो टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नया रिकार्ड है. मैच में कुल 30 छक्के लगाए गये और यह भी रिकॉर्ड है. अपने पहले दोनों मैच जीतने वाले आयरलैंड को सुपर टेन में पहुंचने के लिये केवल जीत की जरूरत थी लेकिन वह आखिर में क्वालीफाईंग ग्रुप बी में तीसरे स्थान पर रहा. नीदरलैंड ने जिम्बाब्वे की उम्मीदों को भी तोड़ा जो मैच से पहले उसकी जीत की दुआ कर रहा था.
इन तीनों टीमों के समान चार अंक रहे लेकिन नीदरलैंड रनगति में बाजी मार गया. वह अब सुपर टेन में ग्रुप एक में दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड का सामना करेगा. नीदरलैंड जब बल्लेबाजी के लिये उतरा तो उसके सामने पहाड़ जैसा लक्ष्य था लेकिन माइबर्ग के इरादे कुछ और ही थे. उन्होंने केवल 17 गेंदों पर अर्धशतक ठोक दिया जो टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दूसरे सबसे तेज अर्धशतक के रिकार्ड की बराबरी थी. युवराज सिंह ने 12 गेंद पर अर्धशतक बनाया था जो रिकार्ड है. माइबर्ग को इस पारी के लिये मैन ऑफ द मैच चुना गया. माइबर्ग और उनके साथी बोरेन ने दूसरे ओवर से छक्कों की बरसात लगानी शुरू की थी.
एंडी मैकब्रायन के इस ओवर में चार छक्के पड़े जिसमें माइबर्ग के तीन छक्के शामिल थे. गेंदबाजों का कत्लेआम इसके बाद भी जारी रहा और पावरप्ले के पहले छह ओवर में नीदरलैंड ने 91 रन ठोक दिये जो नया रिकार्ड है. इससे पहले वेस्टइंडीज ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2009 में और ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज के खिलफ 2010 में पावरप्ले में 83 रन बनाये थे. बोरेन और माइबर्ग चार गेंद के अंदर आउट हो गये. माइबर्ग की पारी में चार चौके और सात छक्के शामिल हैं जबकि बोरेन ने चार चौके और दो छक्के लगाये. इसके बाद टॉम कूपर ने जिम्मेदारी संभाली. उन्हें एक रन के निजी योग पर जीवनदान मिला जिसका उन्होंने पूरा फायदा उठाया. नीदरलैंड को जब 26 गेंद पर 28 रन चाहिए थे तब कूपर ने जॉर्ज डाकरेल पर लगातार चार छक्के लगाये. उन्होंने अपनी पारी में कुल छह छक्के जड़े.
टॉम कूपर के आउट होने के बाद बारासी ने जिम्मेदारी उठायी और अपनी पारी में तीन चौके और इतने ही छक्के जड़े. इनमें केविन ओ ब्रायन (29 रन देकर दो विकेट) पर लगाया गया विजयी छक्का भी शामिल है. नीदरलैंड की इस जादुई बल्लेबाजी से आयरलैंड के बल्लेबाजों विशेषकर पोइनटर और केविन ओ ब्रायन के प्रयासों पर पानी फिर गया जिन्होंने आखिरी ओवरों में जमकर रन बटोरे थे. पोइनटर ने माइकल स्वार्ट पर लगातार तीन छक्के लगाये और 27 गेंद पर अपना अर्धशतक पूरा किया. उनकी 38 गेंद की पारी में चार चौके और इतने ही छक्के शामिल हैं. केविन ओ ब्रायन ने 19वें ओवर में 18 रन बनाये जिसमें दो छक्के शामिल हैं. उन्होंने केवल 16 गेंद पर दो चौके और चार छक्के लगाए. आयरलैंड ने आखिरी सात ओवर में 70 रन बनाए थे. नीदरलैंड की तरफ से अहसान जामिल ने 26 रन देकर दो विकेट लिये.