क्रिकेट की गवर्निंग बॉडी आईसीसी ने साफ कर दिया है कि डे नाइट टेस्ट के दौरान डीआरएस का एक फैसला अंपायर नाइजेल लॉन्ग की वजह से ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में चला गया. आईसीसी मीडिया के ट्विटर हैंडल पर इस बाबत तीन ट्वीट किए गए हैं. इसमें यह बताया गया है कि आईसीसी ने तीसरे टेस्ट के दौरान डीआरएस पर अंपायर नाइजेल लॉन्ग के निर्णय पर न्यूजीलैंड क्रिकेट के पूछे गए सवाल का जवाब भेजा है.
(1 of 3): ICC has replied to correspondence from NZC relating to the Nathan Lyon DRS review in the 3rd
Test.
— ICC Media (@ICCMediaComms) December 1, 2015
इसमें लिखा गया, ‘आईसीसी ने इसकी समीक्षा की और पाया कि दिया गया फैसला गलत था.’
(2 of 3): ICC has reviewed the decision and acknowledged that it was incorrect.
— ICC Media
(@ICCMediaComms) December 1, 2015
तीसरे ट्वीट में लिखा गया, ‘आईसीसी ने पुष्टि की है कि अंपायर ने सही प्रोटोकॉल अपनाया, लेकिन गलत फैसला दिया.’
(3 of 3): ICC confirms the umpire followed the correct protocol, but made an incorrect judgment.
— ICC
Media (@ICCMediaComms) December 1, 2015
क्या है पूरा माजरा
ऐतिहासिक डे नाइट टेस्ट मैच के दूसरे दिन न्यूजीलैंड की पहली पारी के 202 रनों का पीछा कर रही ऑस्ट्रेलियाई टीम के 118 पर 8 विकेट गिर चुके थे. लियोन क्रीज पर थे और उन्होंने अभी खाता भी नहीं खोला था. न्यूजीलैंड के लिए
पहला टेस्ट खेल रहे मिचेल सेंटनर गेंदबाजी कर रहे थे. उनकी गेंद को स्वीप करने के प्रयास में बॉल लियोन के बैट के पिछले हिस्से से लगकर उनके कंधे पर लगी और फिर स्लिप की ओर गई जिसे वहां लपक
लिया गया. न्यूजीलैंड की अपील को फील्ड अंपायर द्वारा ठुकराए जाने के बाद मैकुलम ने रेफरल का उपयोग किया. फैसला अब पवेलियन में बैठे तीसरे अंपायर नाइलेज लॉन्ग को करना था.
हॉट स्पॉट तकनीक ने बैट के पीछे सफेद मार्क दिखाया. इसे देखकर मैदान में लियोन पवेलियन की ओर लौटने लगे. उधर अंपायर लॉन्ग ने स्नीकोमीटर का उपयोग किया जिसमें कुछ स्पष्ट नहीं हुआ. लियोन फिर क्रीज पर लौट आए. इसके बाद उन्होंने 9वें विकेट के लिए के साथ 72 रनों की और साझेदारी की और अंततः 34 रन बनाकर आउट हुए. उनकी इसी बल्लेबाजी की बदौलत एक समय जूझ रही ऑस्ट्रेलियाई टीम पहली पारी में लीड लेने में कामयाब रही.
अंपायर के इस फैसले को लेकर एडिलेड में दर्शकों ने खूब हूटिंग की. ट्विटर पर भी अंपायर के इस फैसले का खूब माखौल उड़ा. मैच के बाद न्यूजीलैंड के कोच माइक हेसन ने मैच रेफरी रोशन महानामा से इस फैसले के संबंध में स्पष्टीकरण मांगी. जिस पर अब आईसीसी का फैसला आया है. हालांकि अब मैच का नतीजा बदला नहीं जा सकता जो ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में जा चुका है. लेकिन डे नाइट टेस्ट और पहले पिंक बॉल क्रिकेट मैच के साथ ही यह मैच अपने इस विवादास्पद निर्णय के लिए भी याद किया जाता रहेगा.
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