राष्ट्रमंडल खेलों में 24 घंटे के अंदर दूसरा डोपिंग मामला सामने आया, जब नाईजीरिया का बाधा दौड़ एथलीट सैमुअल ओकोन को प्रतिबंधित पदार्थ के लिये पाजीटिव पाया गया है. राष्ट्रमंडल खेल महासंघ ने आज इसकी घोषणा की.
सीजीएफ अध्यक्ष माइक फेनेल ने प्रेस कांफ्रेस में कहा, ‘अब दूसरा डोपिंग का पाजीटिव मामला सामने आया है. नाईजीरिया के सैमुअल ओकोन, जो 110 मी बाधा दौड़ एथलीट हैं, को उसी मिथाइलहेक्साअमाइन के लिये दोषी पाया गया है.’ यह खेलों में दूसरा डोपिंग मामला है क्योंकि इससे पहले एक और नाईजीरियाई एथलीट महिला 100 मी चैम्पियन ओसायेमी ओडाम्बोला को भी कल इसी प्रतिबंधित पदार्थ के लिये पाजीटिव पाया गया था.
ओडाम्बोला ने अपने बी नमूने की जांच के लिये कहा है और इस टेस्ट का परिणाम अभी लंबित है. उम्मीद है कि कल इसका परिणाम आ जाये लेकिन सीजीएफ ने उन्हें अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है. फेनेल ने कहा, ‘हमारे डोपिंग रोधी मानकों के हिसाब से मिथाइलहेक्साअमाइन एक प्रतिबंधित पदार्थ है, हमने एथलीट को दोषी पाया है और हम आज इसकी सुनवाई करेंगे.’ सीजीएफ प्रमुख ने कहा कि पुरूष 110 मी बाधा दौड़ में छठे स्थान पर रहने वाला यह एथलीट सुनवाई के बाद ही बी नमूने की जांच की अपील कर सकता है.
यह पूछे जाने पर कि एथलीटों के शरीर में यह प्रतिबंधित पदार्थ क्यों पाया जा रहा है जबकि ऐसे ही मामले भारतीय खिलाड़ियों के सामने भी आये थे तो इसका मतलब है कि उनके खाने में यह पदार्थ मौजूद है.
फेनेल ने कहा, ‘आप सही हैं, यही पदार्थ पाया जा रहा है. मैं बिलकुल निश्चित होकर नहीं कह सकता. ऐसा लगता है कि यह ‘डाइट सप्लीमेंट्स’ से ही आ रहा है. पूरी दुनिया में सप्लीमेंट का उद्योग काफी अनियमित है.’ उन्होंने कहा, ‘यह चिंता का कारण है. वाडा ने सप्लीमेंट्स पर सर्वे नियुक्त किया है लेकिन मेरे पास अभी इसकी विस्तृत जानकारी नहीं है.’