बीसीसीआई के नवनिर्वाचित प्रभारी जगमोहन डालमिया ने ये कहकर सट्टेबाजी में लिप्त राज कुंद्रा के पैरों तले की जमीन खिसका दी है कि 10 जून को बोर्ड की बैठक में इसपर चर्चा होगी. डालमिया ने साथ ही यह भी कहा है कि चैंपियंस ट्रॉफी के बाद धोनी के कथित 'हितों के टकराव' मसले पर भी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि अभी चैंपियंस ट्रॉफी खत्म होने का इंतजार कीजिए क्योंकि बीसीसीआई इस मामले में कोई लीपापोती नहीं करने जा रही.
राजस्थान रॉयल्स के सह मालिक राज कुंद्रा के खिलाफ सट्टेबाजी के आरोपों से परेशान बीसीसीआई ने इस मसले पर चर्चा करने और जरूरी हुआ तो कार्रवाई करने के लिये सोमवार को नई दिल्ली में कार्यकारिणी की आपात बैठक बुलायी जा सकती है. बीसीसीआई कार्य समूह के प्रमुख जगमोहन डालमिया ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज कुंद्रा की सट्टेबाजी में भागीदारी के संपूर्ण मसले पर बैठक में चर्चा की जाएगी.
डालमिया ने कहा, ‘राज कुंद्रा के मसले पर कार्यकारिणी में चर्चा की जाएगी जो दस जून को होगी. सारी जानकारी लेने के बाद अगर किसी तरह की कड़ी कार्रवाई की जरूरत पड़ी तो हम इस पर गौर करेंगे.’ आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी स्कैंडल ने तब नया मोड़ ले लिया जब दिल्ली पुलिस आयुक्त ने खुलासा किया कुंद्रा ने 11 घंटे की पूछताछ में सट्टा लगाने की बात स्वीकार की है.
डालमिया ने इसके साथ ही कहा कि बड़ौदा क्रिकेट संघ के संजय पटेल बीसीसीआई के नये सचिव होंगे जबकि कोषाध्यक्ष पद की घोषणा बाद में की जाएगी. उन्होंने इसके साथ ही कहा कि जांच आयोग में बीसीसीआई का कोई सदस्य नहीं होगा तथा उच्च न्यायालय के दोनों सेवानिवृत न्यायाधीश टी जयराम चौटा और आर बालसुब्रहमण्यम का दो सदस्यीय आयोग बीसीसीआई प्रमुख एन श्रीनिवासन और उनके दामाद गुरुनाथ मयप्पन और चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ लगाये गये आरोपों की जांच करेगा.
न्यायमूर्ति चौटा और बालासुब्रहमण्यम दोनों ही मूल पैनल के सदस्य थे. उसमें तीसरे सदस्य बीसीसीआई के पूर्व सचिव संजय जगदाले थे.
डालमिया ने कहा, ‘मैंने इसे दो सदस्यीय आयोग तक सीमित रखने का फैसला किया है. हमें दोनों सेवानिवृत जजों पर पूरा विश्वास है. ये दोनों जज जांच करेंगे.’ उन्होंने कहा कि आयोग के लिये बीसीसीआई के पास रिपोर्ट सौंपने के लिये कोई समयसीमा नहीं होगी क्योंकि, ‘हम पूर्ण न्याय चाहते हैं और इसकी तह तक जाएंगे. हम संक्षिप्त जांच नहीं चाहेंगे.’
डालमिया से जब भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के कथित हितों के टकराव मसले के बारे में पूछा गया, उन्होंने कहा कि बीसीसीआई इस पर लीपापोती नहीं करेगा बल्कि चैंपियन्स ट्राफी समाप्त होने का इंतजार करेगा. उन्होंने कहा, ‘जहां तक धोनी के मामले की बात है तो आप सभी ने इसे समाचार पत्रों में देखा है और मैंने भी. अभी जब चैंपियन्स ट्राफी चल रही है तो हम टीम माहौल को नहीं बिगाड़ना चाहते हैं. लेकिन इसके साथ ही हम इस पर लीपापोती नहीं कर रहे हैं. कृपया इंतजार करें.’
डालमिया से पूछा गया कि क्या राजस्थान रॉयल्स को बर्खास्त किया जा सकता है क्योंकि उसके एक मालिक ने लीग को बदनाम किया है, उन्होंने कहा कि बोर्ड पर्याप्त सबूत मिलने तक इंतजार करेगा. उन्होंने कहा, ‘जब तक आपने मसले पर गौर हीं नहीं किया तब तक आप कैसे फैसले पर पहुंच सकते हो. हम कैसे निष्कर्ष पर पहुंच सकते हैं. अभी इसकी शुरुआत हुई है. आपको इंतजार करना होगा.’
क्या राज कुंद्रा की पत्नी शिल्पा शेट्टी भी जांच के दायरे में है, उन्होंने कहा, ‘अभी तक केवल राज कुंद्रा का नाम ही सामने आया है.’ डालमिया ने कहा कि बीसीसीआई को अपनी भ्रष्टाचार निरोधक और सुरक्षा इकाई के प्रमुख रवि सवानी की अंतरिम रिपोर्ट मिल गयी है लेकिन इस मसले पर कुछ भी ठोस नहीं कहा जा सकता है. उन्होंने कहा, ‘अंतरिम रिपोर्ट बीसीसीआई (मुंबई) को सौंप दी गयी है. दिल्ली और मुंबई पुलिस से सूचना मांगी गयी है. उन्होंने अभी तक कोई जानकारी उपलब्ध नहीं करायी है. एक बार जब हमें वह मिल जाएगी तो आपको बता देंगे.’
क्या रत्नाकर शेट्टी और अन्य बीसीसीआई अधिकारियों को कोलकाता में बैठक के लिये बुलाया गया, इस सवाल पर डालमिया ने कहा, ‘कई अन्य अधिकारी भी हैं जिनके साथ मुझे काम करना है. मैंने उन्हें मुंबई, दिल्ली और चेन्नई से बुलाया. मुझे पूरी जानकारी हासिल करनी है.’ डालमिया से पूछा गया कि क्या विवादों के चलते बीसीसीआई को आईपीएल को बंद कर देना चाहिए, उन्होंने कहा, ‘इस तरह का कोई विचार नहीं है.’ उन्होंने कहा कि जांच पूरी होने के बाद सट्टेबाजी को वैध करने के मसले पर विचार किया जा सकता है.