भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने आईसीसी विश्व कप होने में सिर्फ छह महीनों के अंतराल को देखते हुए इंग्लैंड के हाथों टेस्ट सीरीज में मिली शर्मनाक हार के बाद चारों ओर से आलोचना झेल रहे भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को न हटाने का फैसला किया.
बीसीसीआई ने रविवार को संपन्न हुए टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम की शर्मनाक हार के बाद मंगलवार को टीम प्रबंधन को लेकर कई सख्त फैसले किए, हालांकि वह कप्तान धोनी के पूरी तरह समर्थन में ही नजर आई. बीसीसीआई के सचिव संजय पटेल ने कहा, 'धोनी को कप्तान पद से हटाने की कोई जरूरत नहीं है.'
बीसीसीआई ने मंगलवार को कड़ा कदम उठाते हुए भारतीय टीम के मुख्य कोच डंकन फ्लेचर के पंख कतर दिए और फ्लेचर द्वारा चुने गए क्षेत्ररक्षण कोच ट्रेवर पेनी और गेंदबाजी कोच जोए डावेस को छुट्टी पर भेज दिया. बीसीसीआई ने अहम फैसला लेते हुए पूर्व भारतीय कप्तान रवि शास्त्री को इंग्लैंड के खिलाफ 25 अगस्त से शुरू हो रहे एकदिवसीय श्रृंखला के लिए टीम का निदेशक नियुक्त कर दिया.
इसके अलावा पूर्व भारतीय खिलाड़ी संजय बांगर और भरत अरुण को सहायक कोच बनाया गया है. हैदराबाद के पूर्व स्पिन गेंदबाज रामकृष्णन श्रीधर को एकदिवसीय श्रृंखला के लिए क्षेत्ररक्षण कोच की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
बीसीसीआई ने पांच साल बाद किसी भारतीय को सहायक कोच नियुक्त किया है. इससे पहले 2007 में वेंकटेश प्रसाद को गेंदबाजी और रॉबिन सिह को क्षेत्ररक्षण कोच बनाया गया था. इन्हें 2009 में पद से हटा दिया गया था. बीसीसीआई अधिकारी ने बताया कि बांगर, अरुण और श्रीधर अगले कुछ श्रृंखलाओं तक पद पर बने रह सकते हैं लेकिन यह उनके प्रदर्शन पर ही निर्भर होगा.