बीसीसीआई ने गुरुवार को साफ किया कि वेस्टइंडीज के क्रिकेटरों और उनके क्रिकेट बोर्ड के बीच भुगतान विवाद के बावजूद इस कैरेबियाई टीम के खिलाफ भारत की वर्तमान घरेलू सीरीज को किसी तरह का खतरा नहीं है.
बीसीसीआई सचिव संजय पटेल ने कहा, ‘मैं साफ कर देना चाहता हूं कि भारत बनाम वेस्टइंडीज सीरीज को कोई खतरा नहीं है. मैच पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार होंगे. मैंने डब्ल्यूआईसीबी के कुछ अधिकारियों से बात की और उन्होंने आश्वासन दिया कि किसी तरह का व्यवधान पैदा नहीं होगा.’
उन्होंने कहा, ‘मुझे डब्ल्यूआईसीबी अध्यक्ष डेव कैमरन का ईमेल मिला है और उन्होंने सक्रिय भूमिका निभाने के लिए बीसीसीआई का आभार व्यक्त किया है.’ पटेल ने कहा कि सीरीज खत्म होने के बाद बीसीसीआई को ‘मध्यस्थ’ की भूमिका में डब्ल्यूआईसीबी की मदद करने में खुशी होगी.
उन्होंने कहा, ‘देखिए हमारा काम सीरीज को अच्छी तरह से संचालित करना है. तीन टेस्ट, पांच वनडे और एक टी-20 इंटरनेशनल मैचों की यह सीरीज 2007-08 के एफटीपी कैलेंडर का हिस्सा है.’
उन्होंने कहा, ‘भविष्य का दौरा कार्यक्रम (एफटीपी) का उल्लंघन नहीं किया जा सकता और सभी सदस्य देशों को इसका पालन करना होता है. एफटीपी कैलेंडर में जो तय किया गया हो आप उसका अपमान नहीं कर सकते.
मैंने उनसे कहा कि कोई ऐसी समस्या नहीं है जिसे बैठक में सुलझाया नहीं जा सके. अगर डब्ल्यूआईसीबी चाहता है तो हम सीरीज खत्म होने के बाद मध्यस्थ की भूमिका निभा सकते हैं. उनके खिलाड़ी अच्छे हैं और वे अपने कर्तव्य को समझते हैं.’
उन्होंने कहा, ‘इन अफवाहों में कोई सचाई नहीं है. बीसीसीआई ने इस तरह का कोई भुगतान नहीं किया था और उसका सैद्वांतिक तौर पर इस तरह के किसी वित्तीय लेनदेन में शामिल होने की कोई योजना भी नहीं है. यह उनका अंदरूनी मसला है. एक क्रिकेट बोर्ड होने के नाते हम उन्हें सलाह दे सकते हैं कि समस्या सुलझाने के लिए सही रास्ता क्या हो सकता है.’
बीसीसीआई हालांकि डब्ल्यूआईसीबी को गारंटी राशि देगा. आईसीसी दिशानिर्देशों के अनुसार मेहमान देश को यह भुगतान करना अनिवार्य है. टेस्ट खेलने वाले दो देशों के बीच द्विपक्षीय सीरीज के लिए करार के अनुसार मेहमान टीम को गारंटी राशि मिलेगी. यह राशि कितनी होगी, यह दोनों देशों के बीच आपसी समझौते पर निर्भर करता है.
पटेल ने कहा, ‘निश्चित तौर पर बीसीसीआई दिशानिर्देशों के अनुरूप डब्ल्यूआईसीबी को गारंटी राशि देगा लेकिन यह अनिवार्य भुगतान है. लेकिन हम उन्हें किसी तरह का कर्ज या अग्रिम भुगतान नहीं कर रहे हैं.’ पता चला है कि डब्ल्यूआईसीबी के दो अधिकारी शनिवार को फिरोजशाह कोटला में होने वाले दूसरे वनडे से पहले नाराज क्रिकेटरों के साथ बात करने के लिये दिल्ली आ रहे हैं.