ब्लेड रनर के नाम से मशहूर ओलंपियन ऑस्कर पिस्टोरियस अदालत में बुधवार को जब सुनवाई के लिए लौटे तो उन्हें नये आरोप का सामना करना पड़ा कि वह अपनी प्रेमिका रीवा स्टीनकैंप की मौत के दिन उसके साथ लगातार लड़ रहे थे.
कुछ गवाहों का कहना है कि हत्या की रात रीवा और पिस्टोरियस के बीच काफी झगड़ा हुआ था जिसकी आवाजें बाहर तक आ रही थीं. अभियोजकों का कहना है कि पिस्टोरियस को पहले भी हमले के लिये गिरफ्तार किया गया था हालांकि उनके खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया था.
अभियोजक गैरी नेल ने बताया कि पिस्टोरियस के घर के पास रहने वाली एक महिला ने देर रात दो बजे से तीन बजे के बीच लगातार झगड़े की आवाजें सुनीं. पुलिस ने बताया कि एक अन्य गवाह ने गोलियों की आवाज और चीख सुनी.
इसके बाद एक और बार गोलियों की आवाज सुनाई दी. वहीं पिस्टोरियस के वकीलों ने कहा कि पुलिस के अनुसार गवाह पिस्टोरियस के घर से 300 मीटर की दूरी पर थे. दक्षिण अफ्रीका के स्टार ओलंपियन पिस्टोरियस को जमानत मिलने की राह पहले ही काफी मुश्किल है और बुधवार को अभियोजन पक्ष ने पुलिस के साक्ष्य पेश करते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने वैलेंटाइन डे के दिन अपनी प्रेमिका की इरादतन हत्या की.
पुलिस जांचकर्ता हिल्टन बोथा ने अदालत से कहा कि गुरुवार को रीवा के पिस्टोरियस के प्रिटोरिया स्थित घर में मृत मिलने से पहले एक गवाह ने उनकी आवाजें सुनी थी और सुबह दो से तीन बजे के बीच ऐसा लग रहा था जैसे लगातार लड़ाई हो रही है.
बोथा ने कहा कि रीवा को बाथरूम के दरवाजे से तीन गोलियां मारी गई जो उनके सिर, कोहनी और कूल्हे पर लगी. उन्होंने कहा गोलियां शायद निशाना लेकर चलाई गई थी. उन्होंने कहा, ‘अगर आप आओ और सीधे दरवाजे पर गोलियां चलाओं तो आप टायलेट पर निशाना नहीं लगा पाओगे.’
रीवा को 14 फरवरी को चिकित्सकों ने सुबह सवा चार बजे मृत घोषित किया था. बोथा ने साथ ही कहा कि पिस्टोरियस को गैरलाइसेंसी .38 स्पेशल कैलीबर का हथियार रखने के अतिरिक्त आरोप का भी सामना करना होगा.
मंगलवार को सुनवाई को दौरान ओलंपियन और पैरालंपियन एथलीट पिस्टोरियस ने इरादतन हत्या के आरोपों से इनकार किया था. इरादतन हत्या पर आजीवन कारावास का प्रावधान भी है. पिस्टोरियस ने अदालत से कहा था कि उन्होंने बाथरूम के बंद दरवाजे से रीवा को चोर समझकर गोली मारी दी.
उन्होंने कहा, ‘मेरा अपनी प्रेमिका की हत्या करने का कोई इरादा नहीं था.’ मौत के समय केवल संदिग्ध और पीड़िता की घर में थे और ऐसे में अभियोजन पक्ष का मामला काफी हद तक फोरेंसिक साक्ष्यों और गवाहों पर निर्भर है जिन्होंने आरोप लगाया है कि दोनों के बीच बहस हो रही थी.